गीडा स्थित आईटीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में फार्मेसी के शिक्षक ने गुरुवार की रात में हॉस्टल के रूम में आत्महत्या कर ली.

शुक्रवार की रात इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल में मिली लाश

-गुरुवार की रात से ही कमरे में खुद को बंद किए थे शिक्षक गुरुदेव

Gorakhpur@inext.co.in
GORAKHPUR: गीडा स्थित आईटीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में फार्मेसी के शिक्षक ने गुरुवार की रात में हॉस्टल के रूम में आत्महत्या कर ली। शुक्रवार की देर शाम तक जब शिक्षक का कहीं पता नहीं चला तो स्टूडेंट्स ने उनके कमरे में चेक किया। कमरा अंदर से बंद मिला, खिड़की से देखा तो अंदर चद्दर के फंदे पर उनकी लाश लटक रही थी। स्कूल प्रशासन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौत की सूचना पर आए बड़े भाई को आत्महत्या को लेकर विश्वास ही नहीं हो रहा है। उधर इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रबंधक, शिक्षक और छात्रों ने घटना को लेकर शोक जताया।

कमरा नम्बर 302 में रहते थे शिक्षक
समस्तीपुर बिहार के विभूतीपुर थाना क्षेत्र स्थित पतेलिया गांव निवासी अरविंद कुमार सिंह के पुत्र 28 वर्षीय गुरुदेव नरायन सिंह गीडा स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज में फार्मेसी के शिक्षक के रूप में जुलाई 2018 से कार्यरत थे। कॉलेज परिसर में ही बने हॉस्टल के कमरा नंबर 302 में वह अकेले रहते थे। रोजाना की तरह गुरुवार को कॉलेज में उपस्थित होकर प्रेक्टिकल का नंबर चढ़ाए और शाम को अपने कमरे में चले गए। शुक्रवार की देर शाम को हॉस्टल में रहने वाले छात्रों ने गुरुदेव का दरवाजा खटखटाया। कोई आवाज न आने पर छात्रों ने इसकी सूचना तत्काल हॉस्टल के प्रशासनिक अधिकारी को दी। जब वे लोग पहुंचे और जंगले के रास्ते अंदर झांक कर देखा तो गुरुदेव फंदे पर लटक रहे थे। कॉलेज प्रशासन ने इसकी सूचना सहजनवां पुलिस को दी। शुक्रवार की रात में पुलिस ने मौके पर पहुंच कर हॉस्टल के रूम का दरवाजा तोड़कर शव को कब्जे में लिया। स्कूल प्रशासन ने रात में ही उनके परिजनों को घटना की सूचना दी। शनिवार की सुबह बिहार से आए भाई मनुदेव नारायन सिंह की मौजूदगी में पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

Posted By: Inextlive