CHAPRA/PATNA: दरियापुर प्रखंड में शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारियों के निर्देश की धज्जियां उड़ाई जा रही है। प्रखंड के कई विद्यालयों में आज भी अमान्य शिक्षण संस्थानों के प्रमाण पत्र के सहारे शिक्षक शिक्षण कार्य कर रहे हैं। इस मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मी मौन हैं।

अधिकारी हैं मौन

वर्ष 2014 में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सारण के पत्रांक 4305 दिनांक 20.11.2014 को सभी प्रखंडों के शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया था कि अमान्य संस्था हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग/भारतीय शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के अमान्य प्रमाण पत्र के सहारे प्रखंड शिक्षक के पद पर कार्यरत होते हुए वेतन पा रहे हैं वैसे शिक्षकों को चिन्हित करते हुए कार्यालय को सूचित करें ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। जिला शिक्षा विभाग के इस निर्देश के बावजूद आज तक अमान्य प्रमाण पत्रों वाले शिक्षकों की फौज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के मूक दर्शक बने रहने के कारण सरकारी राजस्व का चूना लगा रहे हैं। विश्वस्त सूत्रो के अनुसार ऐसे कई शिक्षक प्रखंड मे है जो अमान्य डिग्री पर आज भी कार्यरत मिलेंगे। बताते चलें कि प्रखंड के कुछ शिक्षक हाईकोर्ट के निर्देश पर पहले ही त्याग पत्र विभाग को सौंप चुके हैं।

Posted By: Inextlive