ALLAHABAD: मनोविज्ञानशाला में माध्यमिक स्तर के शिक्षकों के मनोवैज्ञानिक परीक्षण का कौशल विकसित करने एवं शिक्षार्थियों की समस्याओं के तत्कालिक समाधान के लिए वर्कशाप का आयोजन किया गया। वर्कशाप प्रभारी डॉ। कमलेश तिवारी ने दो दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा बतायी। निदेशक मनोविज्ञानशाला यूपी ऊषा चन्द्रा ने बच्चों में समस्याओं का सही मूल्यांकन व निस्तारण का तरीका बताया।

तीन ग्रुप में प्रतिभागियों ने की चर्चा

दूसरे चरण में प्रतिभागियों को तीन समूहों में विभाजित किया गया। प्रथम समूह में डॉ। कमलेश तिवारी, सहायक मनोवैज्ञानिक नीता गुप्ता, सहायक मनोवैज्ञानिक किरन राय, द्वितीय समूह में अवकाश प्राप्त वरिष्ठ शोध मनोवैज्ञानिक योगेन्द्र शर्मा, सहायक मनोवैज्ञानिक अमिता श्रीवास्तव एवं रामकृष्ण द्विवेदी तथा तीसरे समूह में प्रधानाध्यापक डॉ। कमलेश कुमार सहायक मनोवैज्ञानिक अर्चना भारद्वाज, सहायक मनोवैज्ञानिक सीमा चौधरी शामिल रहीं। इस दौरान तीनों समूहों के प्रतिभागियों द्वारा आवंटित विषय पर विचार विमर्श के बाद लेखन कार्य किए गए। ऊषा चन्द्रा ने बताया कि 4 अक्टूबर को तीनों समूह द्वारा किए गए लेखन सामग्री का संशोधनोपरांत प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किया जाएगा। विकसित प्रशिक्षण सामग्री द्वारा शिक्षकों को प्रशिक्षित कर संदर्भदाता तैयार किया जाएगा। जिससे वे अपने विद्यालयों में शिक्षार्थियों की समस्याओं का समाधान कर सकें।

Posted By: Inextlive