किताबें बहुत सी पढ़ी होंगी क्या फिल्मों से भी पढ़ा है?
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आज टीचर्स डे पर हम आपको इस स्पेशल रिलेशन पर बेस्ड कुछ ऐसी मूवीज के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आप मिस नहीं करना चाहेंगे...नसीरूद्दीन शाह की इस मूवी को भला कौन भूल सकता है. इस मूवी में वह एक टीचर के रोल में थे और उन्होंने बताया कि कैसे एक टीचर अपने स्टूडेंट्स का अच्छा फ्रेंड भी बन सकता है. मूवी में वह अपने स्टूडेंट्स पूजा भट्ट और अतुल अग्निहोत्री की हेल्प करते नजर आए थे.
Rockford (1999)
बोर्डिंग स्कूल्स में रहने वाले टीनएज स्टूडेंट्स की लाइफ पर बेस्ड नागेश कुकुनूर की यह मूवी राजेश नायडू नाम के स्टूडेंट की स्टोरी थी. इस मूवी में दिखाया गया था कि कैसे राजेश के लिए बोर्डिंग स्कूल की लाइफ टफ साबित होती है, ऐसे में उसके पीटी इंस्ट्रक्टर (नागेश कुकुनूर) उसे एन्करेज करते हैं ताकि वह एक बेहतर लाइफ जी सके. राजेश को अपनी टीचर (नंदिता दास) पर क्रश भी हो जाता है.
Black (2005)
यह मूवी ऐसे इंसान के बारे में थी जो एक ऐसी लडक़ी का टीचर है जिसे ना तो दिखाई देता है, ना सुनाई देता है और ना ही वह कुछ बोल पाती है. संजय लीला भंसाली की इस मूवी में दिखाया गया था कि अगर एक टीचर का अपने स्टूडेंट पर भरोसा बना रहे तो वह स्टूडेंट इम्पॉसिबल को भी पॉसिबल कर सकता है. अमिताभ बच्चन और रानी मुखर्जी की परफॉर्मेंस से यह मूवी और भी बेहतरीन लगती है.
स्पेशल बच्चों के लिए बनी यह एक स्पेशल मूवी है. यह कहानी इशान (दर्शील सफारी) नाम के लडक़े की है जो डिस्लेक्सिया का शिकार है. उसे चीजें याद करने में, लिखने में परेशानी होती है. ऐसे में उसकी हेल्प के लिए सामने आते हैं उसके निकुंभ सर (आमिर खान) जो सभी बच्चों के लिए पढ़ाई को फन और एक्साइटिंग बना देते हैं. इस मूवी को आमिर और दर्शील की केमिस्ट्री के लिए देखना चाहिए.
Aarakshan (2011)
डायरेक्टर प्रकाश झा की स्टूडेंट-टीचर रिलेशन पर बनी यह बहुत ही सीरियस पर इम्पैक्टफुल मूवी है. मूवी रिजर्वेशन जैसे क्रूशियल टॉपिक पर बात करती है. अमिताभ बच्चन इस मूवी में प्रभाकर आनंद नाम के एक कॉलेज प्रिंसिपल के रोल में थे जो एजुकेशन सिस्टम में पॉजिटिव बदलाव लाने की लड़ाई लड़ता है. यह मूवी हमारी कंट्री के स्कूल और कॉलेजेस को सही एजुकेशन सिस्टम फॉलो करने का स्ट्रॉन्ग मैसेज देती है.
ऐसा नहीं है कि सिर्फ टीचर्स ही अपने स्टूडेंट्स को कुछ सिखा सकते हैं, यह काम स्टूडेंट्स भी कर सकते हैं. कुछ ऐसे ही थॉट्स पर बेस्ड थी यह मूवी. इसकी स्टोरी एक ऐसे कॉलेज कॉम्पिटीशन पर बेस्ड थी जिसकी वजह से कई फ्रेंडशिप्स टूट जाती हैं. इस कॉम्पिटीशन का आइडिया स्कूल के डीन (ऋषि कपूर) का होता है, उसे बाद में रियलाइज होता है कि उसका डिसीजन सही नहीं था.