RANCHI : रांची जिले में पड़नेवाले सात विधानसभा सीटों के होनेवाले चुनाव में 12 हजार कर्मचारी चुनावी ड्यूटी पर लगाए जाएंगे। इनमें सरकारी स्कूलों के शिक्षक भी शामिल हैं। शिक्षकों की चुनावी ड्यूटी लगने से स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित होगी। चूंकि, पूरी चुनावी प्रक्रिया 29 अक्टूबर से शुरू होकर 23 दिसंबर को मतगणना की समाप्ति तक चलेगी। ऐसे में दो महीने तक सरकारी स्कूलों में पढ़ाई बाधित हो सकती है। इतना ही नहीं, इलेक्शन के उपरांत विंटर वैकेशन शुरू हो जाएगा। ऐसे में अब अगले साल पांच जनवरी के बाद ही सरकारी स्कूलों में सामान्य रुप से पढ़ाई शुरू हो पाएगी।

ढ़ाई महीने तक पढ़ाई प्रभावित

चुनाव की तिथियों के ऐलान के साथ ही सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की चुनावी ड्यूटी लगाने की तैयारी चल रही है। पूरी चुनावी प्रक्रिया के दौरान टीचर्स अलग-अलग कामों में व्यस्त रहेंगे। इस दौरान चलनेवाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों में टीचर्स की ड्यूटी लगाई जानी है। ऐसे में जिन टीचर्स की चुनावी ड्यूटी लगेगी, वे स्कूलों में पढ़ाने के काम से मुक्त हो जाएंगे। इस वजह से करीब ढ़ाई महीने तक सरकारी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी।

क्या होगा बोर्ड एग्जाम का

जैक की ओर से हर साल फरवरी के लास्ट वीक अथवा मार्च के फ‌र्स्ट वीक में बोर्ड एग्जाम लिए जाते हैं। एग्जाम में करीब चार महीने का समय बचा हुआ है। ऐसे में अगर टीचर्स ढ़ाई महीने तक चुनाव की ड्यूटी में लगे रहेंगे तो स्कूलों में पढ़ाई का प्रभावित होना लाजिमी है, जिसका खामियाजा स्टूडेंट्स को झेलना पड़ेगा।

जब-तब बंद हो जाते हैं स्कूल

चुनाव की बात छोड़ दें तो सरकारी स्कूल पहले भी कई बार सरकारी कार्यक्रमों की वजह से बंद कर दिए जाते रहे हैं। 20 अक्टूबर को पहले से कोई सरकारी अवकाश घोषित नहीं था, लेकिन महिला अधिकार दिवस के मद्देनजर 38 स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी कर दिया गया। इससे पहले 21 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रांची आगमन के मद्दनेजर कई स्कूल बंद कर दिए गए थे। इसके अलावा समय-समय पर अलग-अलग संगठनों द्वारा बुलाए जानेवाले बंद के दौरान भी शहर के तमाम स्कूल बंद कर दिए जाते हैं। बिना किसी वजह से स्कूलों का बंद होने का खामियाजा स्टूडेंट्स भुगतते हैं।

Posted By: Inextlive