भारतीय क्रिकेट का इतिहास, जब 7 टेस्ट में धड़ाधड़ बदले गए 6 कप्तान
कानपुर। किसी टीम की जीत-हार में कप्तान का रोल काफी अहम होता है। मौजूदा वक्त टीम इंडिया टेस्ट में नंबर वन है तो उसकी वजह है कप्तान विराट कोहली का शानदार प्रदर्शन। विराट कोहली टीम इंडिया के 33वें टेस्ट कैप्टन हैं। विराट से पहले 32 खिलाड़ियों ने भारतीय टेस्ट टीम की कमान संभाली। इनमें कुछ ने अच्छा प्रदर्शन किया तो कई फ्लाॅप हो गए। मगर साल 1958-59 के दशक को कोई नहीं भूल सकता, जब लगातार 7 टेस्ट मैचों में 6 भारतीय कप्तान बदल दिए गए।ऐसे हुई थी शुरुआतलगातार टेस्ट मैचों में भारतीय कप्तानों के बदलने की शुरुआत नवंबर 1958 में हुई थी। नवंबर 1958 से लेकर जून 1959 तक भारत ने जितने टेस्ट खेले, उसमें दो मैचों को छोड़कर सभी में कप्तान बदल गए।
1958-59 की बात है, उस वक्त वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने भारत आई थी। यही वो सीरीज थी जिसमें मैच दर मैच भारतीय कप्तान बदलते गए। पहला टेस्ट मुंबई में 28 नवंबर से 3 दिसंबर के बीच खेला गया, जोकि ड्राॅ रहा था। इस मैच में पाॅली उमरीगर ने टीम इंडिया की कप्तानी की थी।गुलाम अहमद
सीरीज का पहला टेस्ट ड्राॅ होने के बाद दूसरा मैच कानपुर में खेला गया। ये मैच 12 दिसंबर से 17 दिसंबर के बीच खेला गया। इस बार टीम इंडिया की कमान गुलाम अहमद के हाथों में थी। अहमद ने ये मैच 203 रनों से गंवा दिया था। हालांकि अहमद को अगले मैच में फिर कप्तानी को मिला। कोलकाता में खेले गए तीसरे मैच में अहमद बतौर भारतीय कप्तान मैदान पर उतरे। इस बार तो अहमद को और बुरी तरह हार मिली। भारत ये मैच पारी और 336 रन से हार गया।
वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज हारने के बाद भी टीम इंडिया में कप्तान के बदलाव का दौर जारी रहा। जून 1959 में टीम इंडिया इंग्लैंड टेस्ट मैच खेलने गई। नाॅटिंघम में खेले गए पहले मैच में भारत के कप्तान दत्ता गायकवाड़ बने। मगर वह भी कुछ करिश्मा नहीं दिखा पाए और भारत ने सीरीज का पहला ही मैच पारी और 59 रन से गंवा दिया।