मार्केट में डिजिटल कुरान और तस्बीह की डिमांड बढ़ी है। मोबाइल एप से पता कर रहे सहरी-इफ्तार का टाइम..

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LUCKNOW: जिंदगी की भागदौड़ में बहुत कुछ पीछे छूट जाता है. ऐसे में टेक्नोलॉजी का यूज लोगों की लाइफ को आसान बना रहा है. यही वजह है कि रमजान में रोजे रखने वाले नौकरीपेशा लोग काफी हद तक टेक्नोलॉजी का यूज करके खुद को अपडेट कर रहे हैं. वह डिजिटल कुरान, तस्बीह के साथ मोबाइल एप के यूज से इफ्तार-सहरी के टाइम से खुद को अपडेट रख रहे हैं.

कई लैंग्वेज में सुने आयत
मार्केट में इसबार डिजिटल कुरान-ए-पाक की काफी डिमांड बनी हुई है. अकबरी गेट स्थित दुकानदार मो. अहमद बताते हैं कि डिजिटल कुरान को खरीदने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं. ऑफिस और बिजनेस से जुड़े लोगों में इसकी मांग सबसे ज्यादा है. इसकी कीमत 4000 रुपये है. इसके अलावा छह हजार की एलईडी कुरान भी आई है. जरूरत के हिसाब से इनकी डिमांड बनी हुई है.

विशेष प्लास्टिक के हैं पेज
मो. अहमद आगे बताते हैं कि डिजिटल कुरान के पेज विशेष प्लास्टिक से बने हैं, जिसके अंदर चिप लगी हुई है. किताब के साथ चार्जेबल पेन भी है. एक बार चार्ज होने पर यह पांच-छह घंटे तक चलता है. इसमें हर आयत का अर्थ उर्दू, हिंदी, अरबी, अंग्रेजी के अलावा अन्य लैंग्वेज भी फीड है. अपनी पसंद के अनुसार लैंग्वेज को चुन सकते हैं.

डिजिटल तस्बीह भी मौजूद
बैटरी से चलने वाली डिजिटल तस्बीह भी काफी डिमांड में है, जो जेब में रखने के साथ हाथ पर बांधने वाली भी आती है. दरअसल, तस्बीह 100 मोतियों की माला होती है, जिसके तीन भाग होते हैं. कई बार दाने गिनने में भूल हो जाती है, लेकिन डिजिटल तस्बीह में गिनती में गड़बड़ी नहीं हो सकती. ऐसे में कामकाजी लोगों के लिए काफी फायदेमंद है. आप इसके बटन दबाते जाएं और गिनती स्क्रीन पर आती जाएगी. इसकी कीमत 30 रुपये से शुरू होती है.

मोबाइल एप भी मददगार
स्मार्ट फोन का यूज भी लोगों की काफी मदद कर रहा है. प्ले स्टोर पर रमजान संबंधित कई एप हैं, जो लोग काफी संख्या में डाउनलोड कर रहे हैं. इन एप की मदद से कुरान की आयत सुनना, रोजा-इफ्तार का सही टाइम जानना, सलाह-मशविरा करना, तरावीह की दुआ मौजूद है.

कोट

1. मैं एक वर्किंग लेडी हूं, लेकिन घर के काम के साथ इबादत को नजरअंदाज नहीं कर सकती. ऐसे में मोबाइल में तस्बीह और कुरान डाउनलोड कर रखा है, जिससे काफी आसानी हो जाती है.

- जूही रिजवी

2. मैंने मोबाइल पर कुरान एप डाउनलोड कर रखा है. इसके साथ सहरी और इफ्तार की सही टाइमिंग भी पता चल जाती है, जिससे आफिस में काम करते वक्त काफी आराम हो जाता है. फ्री टाइम में कुरान की आयत सुन लेता हूं.

- जैन रिजवी

3. मां को इसबार डिजिटल कुरान लाकर दी है. ताकि उनको कुरान पढ़ने में दिक्कत न हो. मैं खुद अपने मोबाइल पर रमजान एप डाउनलोड किया है, जिसे ऑफिस में रहते हुए भी इबादत करना आसान हो गया है.

- शादाब अनीस

Posted By: Kushal Mishra