खजनी एरिया सहसपुर उर्फ कुंवरजोत टोला की घटना। दो जातियों के बीच संघर्ष में तैनात की गई पीएससी।

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GORAKHPUR : खजनी के सहसपुर उर्फ कुंवरजोत में मकान के विवाद में शुक्रवार शाम तीन लोगों की जान चली गई। इनमें एक पक्ष के बुजुर्ग दंपति और दूसरे पक्ष का एक व्यक्ति शामिल है। दो पक्षों के बीच झगड़े में तीन की हत्या से पूरे इलाके में सनसनी फैली रही। दो जातियों के बीच संघर्ष की आशंका में पीएसी बल तैनात करके पुलिस अधिकारी कार्रवाई में जुटे हैं। पब्लिक का कहना है कि तहसील दिवस और थाना दिवस में मामले का निस्तारण न होने से यह नौबत आई है। एसएसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने गांव में पहुंचकर हालात जा जायजा लिया।

दो पक्षों ने खरीदा मकान और भूमि

सहसपुर उर्फ कुंवरजोत में दुर्गा सिंह और मुंशी यादव के परिवार के बीच भूमि और मकान का विवाद चल रहा था। दुर्गा सिंह के चार भाईयों में दो भाई दुलारे और पारस रांची रहकर काम करते हैं। उन दोनों अपने हिस्से की 26 डिस्मिल भूमि को मनोहर उर्फ मुंशी यादव को बैनामा कर दिया था। जबकि अपने हिस्से का मकान सगे भाई दुर्गा सिंह को दे दिया। भूमि खरीदने वाला मुंशी यादव बार-बार मकान और भूमि दोनों पर अपना दावा पेश करता था। इसको लेकर दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया।

कहासुनी के बाद भिड़े, गई तीन की जान

शुक्रवार को भूमि और मकान को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई। एक बार में सारा फैसला कर लेने की ताल ठोंकते हुए दोनों पक्षों के लोग भिड़ गए। आरोप है कि मारपीट में भारी पड़े मुंशी यादव पक्ष के लोगों ने करीब 70 साल के दुर्गा सिंह और उनकी पत्नी 60 साल की कलावती को पीटकर मार डाला। इससे गुस्साएं दुर्गा पक्ष के लोगों ने हमला करके दुर्गा यादव को घायल कर दिया। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां उसकी मौत हो गई। दो जातियों संघर्ष की वजह से पूरे इलाके पुलिस छावनी में बदल दिया गया।
विवाद की जड़ प्रशासन, दोष मढ़ रही पब्लिक
एक ही गांव में तीन लोगों की हत्या से पूरा इलाका दहल उठा। इसके लिए लोग बार-बार प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे थे। लोगों का कहना है कि समय रहते यदि विवाद का निस्तारण करा दिया गया तो यह नौबत नहीं आती। लोगों ने आरोप लगाया कि थाना और तहसील दिवस में आने वाले मामलों में कोई कार्रवाई नहीं होती। विवाद बढऩे पर पुलिस दोनों पक्षों को शांति भंग में पाबंद करके जिम्मेदारी पूरी कर लेती है।
तहसील और थाना दिवस में नहीं निपटा मामला, बहा दिया खून
मामले के निस्तारण के दोनों पक्ष तहसील और थाना दिवस का चक्कर लगाते रहे। करीब एक दर्जन एप्लीकेशन देकर प्रकरण को सुलझाने की मांग की। लेकिन कभी राजस्व विभाग तो कभी पुलिस की ढिलाई से मामले का निस्तारण नहीं हो सका। विवादित मकान में मुंशी यादव ने अपना ताला लगा दिया जिससे बात आगे बढ़ती चली गई। दोनों पक्षों में चल रही टशन खूनी रंजिश में बदल गई।
घटना की छानबीन की जा रही है। किसी पुलिस कर्मचारी की लापरवाही सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी। दो पक्षों के बीच भूमि और मकान का विवाद चल रहा था।
डॉ. सुनील गुप्ता, एसएसपी

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Posted By: Mukul Kumar