पिता को फोन कर मांगी पांच लाख रुपये की फिरौती

पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए अपराध के कुछ ही देर बाद पकड़ लिया

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: एक बारहवीं का छात्र है और दूसरा कक्षा आठ में पढ़ता है। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि ये किसी का अपहरण कर सकते हैं। लेकिन ये सच है। इन लोगों ने छठवीं क्लास के छात्र का अपहरण ही नहीं किया, बल्कि उसके पिता को फोन कर पांच लाख की फिरौती भी मांगी। लेकिन उम्र और अनुभवहीनता आड़े आ गई, नतीजा वारदात के कुछ ही समय के अंदर ये पुलिस द्वारा पकड़ लिए गए। अब इन्होंने अपराध किस उदेश्य से किया यह तो भविष्य में पता चलेगा, लेकिन इनकी हिम्मत देख पुलिस अधिकारी भी दंग थे। दोनों अभियुक्तों को पकड़ने के बाद उन्हें बाल संरक्षण गृह में भेजा गया है। अपहृत किशोर को परिवार वालों के हवाले किया गया है।

रीवां के निवासी हैं अपहर्ता

पुलिस लाइंस स्थित सभागार में एसएसपी ने बताया कि अभियुक्त अर्पित शर्मा पुत्र रामअवतार शर्मा व सत्यम चौरसिया पुत्र गोपीनाथ चौरसिया निवासी रामपुर जनपद रीवां मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। एसएसपी ने बताया कि मुख्य अभियुक्त अर्पित शर्मा है। रविवार को चौखंडी निवासी आशीष कुमार तिवारी का पुत्र वैभव घर की छत पर पतंग उड़ाने के बाद दोस्त के घर जाने के लिए निकला।

बाइक पर बैठा लिया

घर से वह कुछ ही दूर गया था कि अर्पित व सत्यम बाइक से पहुंचे। इन लोगों ने वैभव से पूछा कि वह कहां जा रहा है, तो उसने बताया कि दोस्त से मिलने जा रहा है। अर्पित ने कहा कि वह भी उधर जा रहा है, उसे छोड़ देगा। यह कह कर बदमाशों ने उसे बाइक पर बैठा लिया और तेजी से चल दिए। दोस्त के घर छोड़ने की बजाय अभियुक्त उसे झूंसी की तरफ लेकर चल दिए। वैभव ने अर्पित से पूछा की्र वे उसे कहां जा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि किसी से मिलने जा रहे हैं, इसके बाद छोड़ देंगे।

पिता को फोन कर मांगी फिरौती

अर्पित ने वैभव के पिता के नम्बर पर कॉल कर बेटे का अपहरण करने की जानकारी दी और छोड़ने के एवज में पांच लाख फिरौती की मांग की। पिता को शक हुआ तो वे घर पहुंचे और बेटे की खोजबीन की मगर उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से मोबाइल की लोकेशन ट्रेस किया और बच्चे को हंडिया से बरामद कर लिया।

पांच बार किया था फोन

चौखंडी निवासी आशीष कुमार तिवारी नगर निगम के ठेकेदार हैं। इन दिनों उनका काम मुठ्ठीगंज में चल रहा है। अपहरणकर्ताओं ने ठेकेदार के बेटे का अपहरण करने के बाद करीब पांच बार उनके नम्बर पर कॉल किया था। पिता ने बताया कि पहली काल आने पर उन्हें लगा कि कोई मजाक कर रहा है। दूसरी बार कॉल आयी तो वे घर पहुंचे और बेटे की खोज खबर ली। न मिलने पर कीडगंज थाने पहुंचकर पुलिस को घटना की जानकारी दी। इस बीच एक बार फिर अपहरणकर्ताओं ने ठेकेदार को फोन किया और पांच लाख रुपए फिरौती मांगी।

सर्विलांस से ट्रेस हुई लोकेशन

एसएसपी को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने तत्काल अपहरणकर्ताओं के बारे में पता लगाया और सर्विलांस की मदद से उनका लोकेशन ट्रेस करवाया। एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए दोनों अभियुक्त हंडिया की तरफ बढ़ रहे थे। इसी बीच वैभव किसी बहाने से बाइक से उतरकर भागने लगा और पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मियों के पास पहुंच गया। पुलिसकर्मियों ने फौरन पीछा कर अर्पित व सत्यम को दबोच लिया। आईपीएस सुकीर्ति माधव ने बताया कि अर्पित कई सालों से उनके मोहल्ले में रह रहा था। कुछ माह पहले ही वह किराए का मकान छोड़कर कहीं और चला गया था। अर्पित जमुना क्रिश्चियन पब्लिक स्कूल में कक्षा 12 का छात्र है जबकि सत्यम केएन काटजू स्कूल में कक्षा आठ का छात्र है। दोनों नाबालिग हैं। इन्हें बाल गृह भेजा जा रहा है।

Posted By: Inextlive