In the search for a unique social identity for themselves adolescents are frequently upset. G. Stanley Hall denoted this period as one of Storm and Stress and according to him conflict at this developmental stage is normal and not unusual. Margaret Mead on the other hand attributed the behavior of adolescents to their culture and upbringing.


 

The home environment and parents are still important for the behaviors and choices of adolescents। Adolescents who have a good relationship with their parents are less likely to engage in various risk behaviors, such as smoking, drinking, fighting, and sexual relationship।

"और भी गम हैं जमाने में मुहब्बहत के सिवा" शायर ने यह बात लवर्स के गहरे दुख को महसूस करते हुए भले ही लिखी हो लेकिन यह आज के टीन्स के बारे में  बिलकुल फिट बैठती है। मार्डन टीन्स  का जिक्र करते हुए इस ख्याल को दिल से निकाल दीजिए कि  उनके लिए प्यार रोमांस या डेटिंग ही इंर्पोटेंट हैं। जी नहीं, आज के यंगस्टर्स जिंदगी को अपने ही अंदाज में जीना पसंद करते हैं। सुनने में शॉकिंग लगेगा लेकिन सच तो यह है कि उनकी दुनिया में डेटिंग का नंबर शायद टॉप फाइव में भी नहीं है.
कुछ टीन्स से बात करने पर उनके इस फन्डे के बारे में पता चला.  उनकी दुनिया में सबसे पहले खुद उनकी आइडेंटिटी आती है। यह लोग अपनी पहचान बहुत जल्दी बनाने के लिए तैयार हैं और इसके लिए किसी तरह का समझौता करने पर राजी नहीं हैं। यह जेनेरेशन मानती है कि अगर अपने गोल को अचीव करने के लिए सेल्फिश होना हो तो इसमें भी कोई बुराई नहीं है।
कुछ बनने की कोशिश में इन टीन्स  ने अपनी जिंदगी को जीना बिलकुल भुला दिया हो ऐसा भी नहीं है। टाइम निकाल कर भरपूर मस्ती  करना भी इन्हें  पसंद है। इनकी प्रॉयटी लिस्ट में मौज मजे के लिए समय निकालना टाप थ्री में आता है.
अक्सर हमें लगता है कि यह जेनरेशन ओबिडीयंट नहीं है पर यह बात पूरी तरह सच नहीं है। बस यह मालूम होना चाहिए कि इन्हें समझना कैसे है। ऑर्डर ना सुनने वाले यह इनोसेंट, दोस्ती में हर बात मानने के लिए रेडी रहते हैं। तो पेरेंटस आपको बस अपने टीन एज बच्चो से फ्रेंडशिप ही तो करनी है।

टीन्स मार्डन और हेप लाइफस्टाइल को मेनटेन करने के लिए क्रेजी रहते हैं जिसके  लिए मनी उनकी  बेसिक नीड होती है और इसी लिए वो जल्द से जल्द अर्न करने के लिए ऐन्कशियस रहते हैं। पर ऐसा सोचना कि पैसा ही उनके लिए सब कुछ है यह गलत होगा। वो पैसे के लिए डेट को डिच कर सकते हैं पर फ्रेंड को नही.  यानि फ्रेंडशिप और करियर  हमेशा उनकी प्रायोरटी लिस्ट में हाइयर रैंक पर रहता है।
बात फ्रेंडस की चली है तो एक बात क्लियर कर लें अक्सर पेरेंटस कमप्लेन करते हैं कि उनके बच्चे अपने दोस्तों  को उनसे ज्यादा इंर्पोटेंस देते हैं। तो इसमें परेशानी क्या है आपको भी बस फ्रेंड ही बनना है और उन्हें समझना है।

Posted By: Inextlive