तमाम अवरोधों के साथ राज्यसभा के बार-बार स्थगन के बीच केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने गुरुवार को तेलंगाना राज्य बनाने संबंधी विधेयक पेश कर दिया.


समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार संसदीय मामलों के मंत्री कमल नाथ ने कहा, "हमने तेलंगाना विधेयक राज्यसभा में पेश कर दिया है. हम कोशिश करेंगे कि यह पास हो जाए. आख़िरी क्षण में इसमें संशोधन करने का सवाल ही नहीं उठता."हंगामे के कारण राज्यसभा को गुरुवार को कई बार स्थगित करना पड़ा.इस बीच शुक्रवार को संसद के शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन है. कमल नाथ ने कहा है कि अगर ज़रूरी हुआ तो सरकार शीतकालीन सत्र को बढ़ा भी सकती है.इससे पहले लोकसभा में इस विधेयक को मंगलवार को भारी विरोध और शोर-शराबे के बीच पारित किया गया था.सीमांध्र में विरोधमंगलवार को जब इस विधेयक पर मतदान हो रहा था उस वक्त सदन की कार्यवाही का सीधा प्रसारण नहीं हुआ था.


बाद में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी ने तेलंगाना विधेयक के लोकसभा में पारित होने के विरोध में इस्तीफ़ा दे दिया था.उन्होंने विधान सभा की सदस्यता और कांग्रेस पार्टी से भी इस्तीफ़ा दे दिया है. रेड्डी के साथ कई विधायकों ने भी इस्तीफ़ा दे दिया जिनमें विधान परिषद के कुछ सदस्य भी शामिल हैं.

तेलंगाना मुद्दे पर ही पिछले दिनों संसद के दोनों सदनों में सांसदों के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई थी. लोकसभा में हुए हंगामे के बाद लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने 16 सांसदों को निलंबित कर दिया था.तेलुगुदेशम पार्टी और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी समेत कई राजनीतिक दल सीमांध्र बनने का विरोध कर रहे हैं.

Posted By: Subhesh Sharma