टेलीकॉम कमिशन की मीटिंग 1 मई रखी गई है। इसमें इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी नेट-न्यूट्रलिटी और ई और वी एलोकेट स्पेक्ट्रम बैंड जो 1000 मेगाबाइट प्रति सेकंड डाटा ट्रांसमिट करने में सक्षम होगा पर चर्चा होने की संभावना है। मीटिंग होने की जानकारी दूरसंचार सचिव अरुणा सुंदरराजन ने दी।


टेलीकॉम कमिशन की मीटिंगनई दिल्ली (प्रेट्र)। दरअसल, टेलिकॉम सेक्रेटरी अरुणा सुंदरराजन ने एक इवेंट के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए टेलीकॉम कमिशन की मीटिंग होने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि ' टेलीकॉम कमिशन की मीटिंग 1 मई को है।' हालांकि उन्होंने बातचीत के दौरान उन मुद्दों का ब्योरा नहीं दिया, जिनके बारे में बैठक में चर्चा की जाएगी, लेकिन दूरसंचार विभाग (डीओटी) के एक अधिकारी ने संकेत दिया कि पैनल द्वारा इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी, नेट न्यूट्रलिटी तथा ई और वी बैंड स्पेक्ट्रम को लेकर सवाल उठाए जा सकते हैं।फ्लाइट यात्रियों को सुविधा


बता दें कि इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी, यदि कमीशन द्वारा अनुमोदित कर दिया जाता है, तो फ्लाइट के यात्री डोमेस्टिक हवाई यात्रा के दौरान मोबाइल कॉल और डेटा सेवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा नेट न्यूट्रलिटी के मुद्दे पर, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने पहले से ही इंटरनेट सेवा प्रदाताओं (आईएसपी) को चेतवानी दे दी है कि वे ग्राहकों के साथ डेटा स्पीड में कोई भी भेदभाव ना करें।  ई और वी बैंड से बचाया जा सकेगा लागत

यदि मीटिंग में रखे जाने वाले सारे प्रस्ताव एक्सेप्ट कर लिए जाते हैं तो इंटरनेट प्रोवाइड करने वाली कंपनियां किसी विशेष यूजर्स या अन्य लोगों के साथ डेटा स्पीड को लेकर कभी भेदभाव नहीं कर पाएंगी। इसके अलावा बता दें कि दूरसंचार ऑपरेटर उत्सुकता से ई और वी बैंड में स्पेक्ट्रम के आवंटन का इंतजार कर रहे है। इससे उन्हें नेटवर्क रोल में तेजी लाने में मदद मिलेगी और कम दूरी की मोबाइल टॉवर-टू-टॉवर डेटा ट्रांसमिशन के लिए ऑप्टिकल फाइबर बिछाने की लागत को बचाया जा सकेगा।

Posted By: Mukul Kumar