2017-18 में मंडल में 1,74,627 लाभार्थियों को 310635 लाख रुपये का लोन दिया गया।

16127 लाभार्थियों को मेरठ में 22671 लाख रुपए का लोन मिला।

Meerut अल्पसंख्यकों को दिए जा रहे बैंक लोन की क्या स्थिति है, यह जांचने के लिए शुक्रवार को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सचिव जेआरके राव मेरठ पहुंचे। उन्होंने निर्देश दिए कि रमजान के दौरान मस्जिदों में मैसेज व डिस्पले के माध्यम से ऋण योजनाओं की जानकारी दें।

सोच बदलें

कमिश्नर सभागार में मेरठ मंडल के प्रशासनिक और बैंक अफसरों के बीच हुई समीक्षा बैठक में राव ने कहा, नई दिशाओं से अल्पसंख्यकों की आर्थिक स्थिति मजबूत करें। बैंक प्रतिनिधि सोच में परिवर्तन लाएं और विभिन्न योजनाओं में ऋण देकर अल्पसंख्यकों की मदद करें। इसके लिए नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों की भी सहायता ली जाए।

अफसर रहें सजग

सचिव ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बैकों से बेहतर समन्वय स्थापित करें। अल्पसंख्यक मंत्रालय का डाटा जिला स्तरीय अधिकारियों से भी साझा किया जाएगा। अल्पसंख्यकों के लिए माइक्रो फाइनेंस को बढ़ावा दिया जाए और महिलाओं को ई-रिक्शा के लिए भी लोन दिया जाए। कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार ने कहा कि औसत से कम व औसत से ऊपर दिए जाने वाले लोन का मूल्यांकन करने की जरूरत है। उन्होंने सीडीओ को हर माह इसकी समीक्षा के निर्देश दिए।

5-5 गांव करें चिह्नित

कमिश्नर ने कहा कि हर जनपद में पांच-पांच अल्पसंख्यक बहुल्य गांवों को चिह्नित कर वहां अल्पसंख्यक कल्याण की योजनाएं चलाएं।

योजनाओं की दी जानकारी

उपनिदेशक अल्पसंख्यक कल्याण विभाग मो। तारिक ने सचिव को मेरठ मंडल के विभिन्न प्रोजेक्ट की जानकारी दी। लीड बैंक मैनेजर अविनाश तांती, आयोग के सलाहकार क्यू जे। अहमद, अनुसचिव अरूणवा सेन गुप्ता के अलावा मंडल के सभी जनपदों के सीडीओ एवं अन्य अफसर मौजूद थे।

Posted By: Inextlive