एमिटी यूनिवर्सिटी के बीफार्मा कोर्स को अभी तक PCI approva नहीं मिला लेकिन students को admission देने के लिए बताया जा रहा है कि approval है. एक batch जो pass-out हो चुका है उसके किसी भी student को अभी तक नौकरी नहीं मिली. लाखों रुपए की फीस और चार साल की मेहनत को बेकार जाते देख agitated students पहुंच गए हैं राज्यपाल के पास problem के solution के लिए.


काउंसलर 11- वाट कैन आई हेल्प यू?
रवि- वाट इज द फी ऑफ बीफार्मा कोर्स?
काउंसलर 11- द फी इज 55,500 ईच सेमेस्टर एंड एडमिशन इज बेस्ड ऑन 10 प्लस 2 ऐज एंड इंगलिश एसे टेस्ट फालोड बॉय द पर्सनल इंटरव्यू
रवि- इज लखनऊ कैंपस पीसीआई एप्रूव्ूड?
काउंसलर 11- यस
रवि- इज द लैब एप्रूव्ड बॉय द पीसीआई?
काउंसलर 11- विदआउट पीसीआई एप्रूवल हाऊ विल यू गेट डिग्री
रवि- वेन वॉस द पीसीआई एप्रूवल गिवेन टु द एमिटी यूनिवर्सिटी
काउंसलर 11- प्लीज कॉन्टेक्ट एमिटी, लखनऊ कैंपस
जी हां यह वह लाइव कन्वर्सेशन है जो एमिटी यूनिवर्सिटी के बीफार्मा के ही एक स्टूडेंट ने एमिटी यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर लाइव काउंसिलिंग के दौरान काउंसलर से किया गया है। भले ही एमिटी यूनिवर्सिटी को अभी तक फार्मास्यिूटिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने एप्रूवल नहीं दिया हो लेकिन स्टूडेंट्स को एडमिशन देने के लिए उनसे झूठ बोला जा रहा है।
पांच साल से approval नहीं
एमिटी यूनिवर्सिटी से बीफार्मा कर रहे सैकड़ों स्टूडेंट्स का फ्यूचर दांव पर लगा हुआ है। लाखों रुपए फीस के साथ साथ उनके चार साल की मेहनत पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि पिछले तीन साल से यूनिवर्सिटी उनको सिर्फ आश्वासन ही दे रही है। जब अधिकारियों से पीसीआई एप्रूवल की बात की जाती है। तो उनका जवाब होता है कि इस साल मिल जाएगा। यही कहते कहते कोर्स खत्म होने वाला है लेकिन पीसीआई का एप्रूवल नहीं मिला। स्टूडेंट्स का कहना है कि उनकी डिग्री बिना पीसीआई के एप्रूवल के बेकार है। इसके बिना उनको ना तो कही नौकरी मिलेगी और ना ही वह मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं। यहां तक कि  वह अपनी ही यूनिवर्सिटी से एम फार्मा नहीं कर सकते हैं। क्योंकि एमिटी यूनिवर्सिटी ने ही एमफार्मा कोर्स के लिए पीसीआई अनुमोदित डिग्री की कण्डीशन रख दी है.
हमको PCI approval चाहिए
एमिटी यूनिवर्सिटी में बीफार्मा का कोर्स पांच साल पहले शुरु हुआ था। यहां से एक बैच बिना पीसीआई एप्रूव्ड डिग्री लेकर पास आउट हो चुका है। स्टूडेंट्स ने बताया कि जो बैच यहां से पास होकर बाहर निकला है। उनमें से एक भी स्टूडेंट को अभी तक नौकरी नहीं मिल पाई है। इसको लेकर पिछले कुछ महीनों से स्टूडेंट्स हंगामा करते आ रहे हैं लेकिन हर बार उनको समझा कर शांत करा दिया जाता है। मगर इस बार स्टूडेंट्स का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। उनकी सिर्फ एक ही मांग है कि  जब तक यूनिवर्सिटी पीसीआई से एप्रूवल नहीं लाएगी वह क्लास नहीं चलने देंगे। इसको लेकर उन्होंने शुक्रवार को भी यूनिवर्सिटी के खिलाफ जमकर नारेबाजी और हंगामा किया.
फिर भी झूठ बोल रहे हैं
एमिटी यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का कहना है कि जुलाई में पीसीआई से टीम जांच के लिए आनी थी लेकिन अब वह अगस्त में आएगी। मतलब अभी तक यूनिवर्सिटी का बीफार्मा कोर्स पीसीआई से एप्रूव्ड नहीं है मगर इसके बाद भी एमिटी यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में जब आप आनलाइन काउंसलर से बातचीत करेंगे तो वह आपसे कहेगा कि कोर्स का एप्रूवल मिल चुका है। सवाल यह है कि जब एप्रूवल मिला ही नहीं तो फिर स्टूडेंट्स से झूठ क्यों बोला जा रहा है। इस बारे में जवाब देने के लिए कोई भी अधिकारी तैयार नहीं है।
राजभवन से की है शिकायत
पीसीआई एप्रूवल को लेकर एमिटी यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को स्टूडेंट्स के दल ने इसकी यूनिवर्सिटी की लिखित शिकायत राजभवन से की है। स्टूडेंट्स ने बताया कि उन्होंने राजभवन में जाकर इसकी शिकायत राज्यपाल के आफिस में की है। जहां से उनको उचित कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया गया है।

Posted By: Inextlive