-राज्य सरकार ने निकाला टेंडर, पांच कंपनियां हेलिकॉप्टर देने को तैयार

-14 साल बाद भी झारखंड को अपना हेलिकॉप्टर नसीब नहीं

-किराए पर अब तक जितना खर्च हुआ, उतने में खरीद सकते थे दो हेलिकॉप्टर

mayank.rajput@inext.co.in

RANCHI (7 Feb): झारखंड बने क्भ् साल पूरा होने को है। इतने साल में राज्य सरकार के करोड़ों रुपए खर्च हुए, अरबों रुपए का घोटाला हुआ है। लेकिन, अब तक राज्य सरकार अपना हेलिकॉप्टर नहीं खरीदा पाई है। सरकार ने करोड़ों रुपए भाडे़ के हेलिकॉप्टर पर फूंक दिया। जितना भाड़ा दिया गया है, उतने में सरकार के पास अपने दो हेलिकॉप्टर हो जाते। अब राज्य सरकार फिर से अपने लिए भाडे़ का हेलिकॉप्टर लेने जा रही है। कई कंपनियों ने बीड भी दिया है। सोमवार को फाइनल हो जाएगा कि राज्य सरकार को कौन-सी कंपनी हेलिकॉप्टर दे रही है।

पांच कंपनियां हेलिकॉप्टर देने को तैयार

झारखंड सरकार ने भाड़े पर हेलिकॉप्टर लेने के लिए टेंडर जारी किया था। इसका टेक्निकल बीड शुक्रवार को ही खोला गया। इसमें पवन हंस प्राइवेट लिमिटेड, गोदावरी प्राइवेट लिमिटेड, सिम सॉन प्राइवेट लिमिटेड, एचसीएल प्राइवेट लिमिटेड और आर्यन प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां शामिल हैं। सोमवार को फिनांशियल बीड खोला जाएगा, उसी में यह तय हो जाएगा कि कौन सी कंपनी का हेलिकॉप्टर राज्य सरकार यूज करेगी।

हर महीने ख्भ् घंटे भरेगी उड़ान

राज्य सरकार भाड़े के हेलिकॉप्टर का यूज हर महीने ख्भ् घंटे ही करेगी। ख्भ् घंटे हर महीने के किराया पर ही हेलिकॉप्टर लिया जाएगा। एक साल के लिए कोई भी कंपनी अपना सर्विस देगी। पांच सीटर वाले हेलिकॉप्टर में तीन पायलट भी होना जरूरी है। ये सभी एलीजिबिलीटी कंपनियों को पूरी करनी होगी।

फिलहाल भाड़े का भी हेलिकॉप्टर नहीं

राज्य सरकार के पास अभी भाड़े का हेलिकॉप्टर भी नहीं है। राज्य में जब भी वीआईपी मूवमेंट की जरूरत होती भाड़े पर हेलिकॉप्टर हायर कर लिया जाता है। हेमंत सरकार के समय में भी राज्य सरकार के पास कोई हेलिकॉप्टर नहीं था, जरूरत पड़ने पर हेलिकॉप्टर मंगाया जाता था।

आर्यन कंपनी ने फिर भरा है टेंडर

सरकार को हेलिकॉप्टर देने वाली कंपनियों के लिए टेंडर भरने वालों में मुंबई की आर्यन एविएशन कंपनी भी शामिल है। यह वही कपनी है जिसके हेलिकॉप्टर से ख्0क्ख् में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जून मुंडा घायल हो गए थे। उस समय यह हेलिकॉप्टर ख्0 साल पुराना था।

एजी ने पहले भी उठाए हैं सवाल

हवाई सफर पर करोड़ों रुपए फूंके जाने पर एजी ने पहले भी सवाल उठाया है। एजी ने पाया था कि अप्रैल ख्00भ् से फ्क् मार्च ख्008 के बीच तकरीबन फ्भ् करोड़ रुपए हवाई सफर में फूंक दिए गए थे। अब फिर से राज्य सरकार करोड़ों रुपए भाड़े के हेलिकॉप्टर पर खर्च करने की तैयारी में है।

वर्जन

नगर विमानन विभाग द्वारा पांच सीटर हेलिकॉप्टर भाड़े पर लेने के लिए टेंडर जारी किया गया है। इसमें पांच कंपनियां शामिल हैं, फाइनल बीड सोमवार को खोला जाएगा। इसके बाद तय हो जाएगा की राज्य सरकार किस कंपनी का हेलिकॉप्टर यूज करेगी।

-कैप्टन एसपी सिन्हा,

डायरेक्टर, नगर विमानन विभाग, झारखंड सरकार

Posted By: Inextlive