Ranchi : छह जून 2011 को जमशेदपुर के मानगो से एटीएस के हाथों अरेस्ट हुआ सिमी का मेंबर अबू फैजल जेल से फरार होने के बाद फिर से ऑर्गनाइजेशन तैयार कर सकता है. एनआईए और एटीएस के सीनियर ऑफिसर्स ने इसकी आशंका जाहिर की है. अबू फैजल को एटीएस की टीम ने जब जमशेदपुर के मानगो से अरेस्ट किया था तो उसके पास से पुलिस ने एक्सप्लोसिव्स भी बरामद किए थे. एक बार फिर से सिमी के एक्टिविस्ट्स को एकजुट करने की तैयारी हो सकती है. आशंका जताई जा रही है कि अबू फैजल झारखंड के यूथ को ऑर्गनाइजेशन से जोड़ सकता है.


जमशेदपुर से रखते थे निगाह
इंडियन मुजाहिदीन व सिमी के चार मेंबर्स को जब मध्यप्रदेश में पकड़ा गया था, तो उनलोगों ने जमशेदपुर में अपना हेडक्वार्टर होने की बात कही थी। जमशेदपुर से ही वे टेररिस्ट एक्टिविटीज को हैंडल करते थे। इस मामले में अरेस्ट हुए आरोपियों में मुंबई के अबू फैजल, उज्जैन के इकरार शेख, खंडवा के महबूब उर्फ गुड्डू, करेली के एजाज उद्दीन उर्फ रियाज शामिल थे। सभी आरोपी जमशेदपुर में रेंट के मकान में रहते थे और वहां से लखनऊ, अमरावती, भुसावल, अकोला, राजस्थान आदि जगहों पर आते-जाते थे। उस समय यह खुलासा हुआ था कि वे लोग किराए पर घर लेने, मोबाइल लेने के लिए फेक आईडी का इस्तेमाल करते थे। झारखंड के ज्योग्राफिक स्ट्रक्चर को आधार मानते हुए वे झारखंड को अपना सेफ जोन बना सकते हैं.  गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के खंडवा स्थित जेल से अबू फैजल अपने सात साथियों के साथ बाथरूम की दीवार तोड़कर फरार हो गया है।

Posted By: Inextlive