पिछले एक साल में ओसामा को फॉलोवर्स से कई ई-मेल मिले थे जिनमें ड्रोन अटैक्स से होने वाले लॉस व संगठन की फाइनेंशियल क्राइसिस का जिक्र था. मिड-2010 में खुफिया-युद्ध लडऩे में अक्षमता जताने और मिलने वाले पैसों को बहुत मामूली बताने पर लादेन ने काउंटर-इंटेलीजेंस यूनिट बनाई थी.


पिछले दिनों खबर आई कि ओसामा बिन लादेन अपने अंतिम समय में गरीबी से जूझ रहा था. अब उसके डाक्युमेंट्स से भी इस बात की जानकारी मिली है कि अलकायदा की स्थिति दिन पर दिन खराब हो रही है. न तो उसके पास जंग लडऩे के लिए आदमी बचे हैं और  न ही आतंक फैलाने के लिए पैसे. अगर ऐसा ही रहा तो जल्द ही यह टेररिस्ट ऑर्गनाईजेशन खुद ब खुद समाप्त हो जाएगा. NATO force से नुकसानलादेन के कंप्यूटर्स से मिले डॉक्यूमेंट्स से पता चलता है कि अलकायदा फाइनेंशियल क्रंच के साथ आदमियों की कमी से भी जूझ रहा है. अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अमेरिका और नाटो फोर्सेज के साथ चल रही लड़ाई के चलते उसे भारी नुकसान उठाना पड़ा है. ओसामा बिन लादेन के एबटाबाद स्थित कंपाउंड से मिले डॉक्यूमेंट्स पर छह हफ्तों तक चली स्टडी के बाद यह खुलासा हुआ है. Financial crisis


पिछले एक साल में ओसामा को फॉलोवर्स से कई ई-मेल मिले थे जिनमें ड्रोन अटैक्स से होने वाले लॉस व संगठन की फाइनेंशियल क्राइसिस का जिक्र था. मिड-2010 में खुफिया-युद्ध लडऩे में अक्षमता जताने और मिलने वाले पैसों को बहुत मामूली बताने पर लादेन ने काउंटर-इंटेलीजेंस यूनिट बनाई थी. खत्म हो रहे लड़ाके

बिन लादेन के एक प्रिंसिपल करेस्पांडेंट अतियाह अब्द अल-रहमान ने यूएस ड्रोन अटैक्स पर चिंता जताई थी.  उसने कहा था कि बड़ी संख्या में उसके लड़ाके ड्रोन अटैक्स का शिकार हो गए थे. जब तक नए लड़ाकों को भर्ती किया जाए पुराने मार दिए जा रहे हैं. अलकायदा की सिक्योरिटी यूनिट की तरफ से आए एक मैसेज में भी इसी तरह की चिंता जताई गई थी. इसमें भी सिर्फ कुछ हजार का बजट होने को लेकर चिंता जताई गई थी.  ओसामा भी था परेशानएक ई-मेल में तो खुद ओसामा ने फंड को लेकर चिंता जताई थी. इसी तरह 2010 में मार्च-अप्रैल के दौरान उसने अपने एक डिप्टी को ई-मेल की थी. इसमें उसने एक ग्रुप बनाने के लिए इंस्ट्रक्शन दिया था. इस ग्रुप का काम डिप्लोमेट्स को किडनैप करके फिरौती के जरिए धनउगाही करना था.ISI Officers पर ban लगे

टेररिस्ट्स के साथ गठजोड़ के चलते अमेरिका ने पाक इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई के कुछ ऑफिसर्स पर बैन लगाने की मांग की है. अमेरिकी इंटेलीजेंस एजेंसी सीआईए के फॉर्मर ऑफिसर ब्रूस रीडेल ने कहा है कि अगर हमें पता चला कि उनका एक भी ऑफिसर टेररिस्ट्स को पनाह, हमलों की साजिश या खुफिया जानकारियों को उजागर कर रहा है तो हम इसे निजी तौर पर लेंगे और कार्रवाई करेंगे. यह  बैन पाक या आईएसआई पर नहीं बल्कि व्यक्ति विशेष पर लगाया जाए.  इससे वह  ऑफिसर मोस्ट वांटेड की लिस्ट में आ जाएगा और उसको गिरफ्तार करके हम संपत्ति जब्त कर लेंगे.

Posted By: Divyanshu Bhard