- बिजनौर ब्लास्ट के आरोपियों ने यहां से खरीदे थे लैपटाप

- मेरठ में अगस्त माह में पकड़ा गया था आईएसआई एजेंट

- कैंट इलाके से 500 मीटर की दूरी पर ही पीएल शर्मा रोड

- आईबी ने भी जताई थी आतंकी हमले की साजिश

Meerut: दीपावली पर पटाखों की गूंज के बीच पीएल शर्मा रोड पर विस्फोट को पुलिस भले ही आतंकी साजिश मानने के लिए तैयार न हो लेकिन हालात बार-बार आतंकी साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं। दिवाली के दिन विस्फोट, बीच शहर के घने बाजार में विस्फोट, कैंट इलाके के मात्र पांच सौ मीटर की दूरी पर विस्फोट। एक साथ इतने सारे इत्तेफाक नहीं हो सकते? यही बात बार-बार आतंकी साजिश की ओर इशारा करती है। यह दीगर है कि पुलिस इसे आतंकी साजिश मानने को तैयार नहीं है।

आतंकी कनेक्शन

ये वही पीएल शर्मा रोड है, जहां बिजनौर ब्लास्ट के आरोपी लैपटॉप खरीदने के लिए आए थे। पुलिस ने दो बार उनकी आवाजाही रिकॉर्ड की है। और भी कई बार आए होंगे और इसी दौरान ब्लास्ट के लिए जगह सेलेक्ट की गई होगी। हम आपको बता दें कि क्म् अगस्त ख्0क्ब् को एसटीएफ ने पूर्वा फैय्याज अली देहली गेट के रहने वाले आईएसआई एजेंट आसिफ को गिरफ्तार किया था, उसके पास से एक लैपटाप बरामद किया गया था, यह लैपटॉप पीएल शर्मा रोड स्थित गैलेक्सी शाप से खरीदा गया था।

दो बार आए थे आतंकी

इतना ही नहीं बिजनौर के जाटान मोहल्ले में विस्फोट करने वाले आतंकी भी पीएल शर्मा रोड पर लैपटाप खरीदने के लिए आए थे, फिर बाद में लैपटाप में एंटी वायरस डाउनलोड कराने के लिए भी आए थे, विस्फोट होने के बाद उनके कमरे से मिले बैग में गैलेक्सी का बिल मिला था, जिसके बाद पुलिस और एटीएस टीम मेरठ आई थी और सीसीटीवी फुटेज देखी थी, जिसमें आतंकियों के फोटो मिले थे। आतंकी पीएल शर्मा रोड से पूरी तरह वाफिक है।

कैंट इलाके से नजदीक

पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों के अधिकारी भारतीय सेना की गोपनीय जानकारी प्राप्त करने के लिए देश में अपने आईएसआई एजेंट बना रही है। आसिफ को पुलिस ने भारतीय सेना की गोपनीय सूचना और नक्शे देने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पीएल शर्मा रोड पर जिस जगह धमाका हुआ, वहां से कैंट एरिया की दूरी मात्र पांच सौ मीटर की है। ऐसे में यह भी इत्तेफाक नहीं हो सकता है। पीएल शर्मा रोड पर धमाका सेना के लिए भी चुनौती भरा है।

आबूलेन-बेगमपुल पर क्यों नहीं?

आतंकी साजिश रचने से पहले पूरी पटकथा लिख लेते है कि उन्हें अपने मकसद में कामयाबी कैसे हासिल करनी है? पूरी प्लानिंग के साथ ही काम करते है। जी हां आबूलेन और बेगमपुल पर दीपावली के दिन बहुत भीड़ होती है, ऐसे में कही भी बम रखना बहुत मुश्किल होता है। क्योंकि एक तो सीसीटीवी, दूसरा लोगों का आवागमन। यदि आतंकी आबूलेन या बेगमपुल पर बम रखते तो वहां लोगों की नजर जा सकती थी। नजरों से बचने के लिए पीएल शर्मा रोड पर दुर्गा प्लाजा स्थान चुना और यहां भी गैलरी के अंदर विस्फोटक पदार्थ रखा।

कहने से भी परहेज नहीं होगा

आतंकी साजिश से पूरा मेरठ दहल गया है, बावजूद इसके पुलिस शुरू से ही कंप्रेशर फटने या फिर आग लगने के बाद कैमिकल से धमाके का कारण मानकर चल रही है। आवश्यकता है कि पुलिस को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तह तक जाना चाहिए।

धमाका हआ है, यह गंभीर मामला है। इसके लिए हमने फोरेंसिक टीम को बुलाकर सेंपल भिजवा दिए है, जल्द ही रिपोर्ट आ जाएगी जिसके बाद धमाके का कारण स्पष्ट हो सकेगा।

-ओंकार सिंह

एसएसपी

Posted By: Inextlive