- थाईलैंड योगा फेस्टिवल में उत्तराखंड के योगा एक्सप‌र्ट्स देंगे योग साधाना के टिप्स

- गढ़वाल यूनिवर्सिटी के दो प्रोफेसर व दून के योगाचार्य विपिन जोशी करेंगे प्रतिनिधित्व

DEHRADUN: थाईलैंड में आगामी 25 व 26 मई को आयोजित होने वाले 7वें इंटरनेशनल योगा फेस्टिवल के लिए उत्तराखंड से तीन योगा एक्सपर्ट व योग गुरु देश का प्रतिनिधित्व करेंगे. जहां न केवल ये एक्सप‌र्ट्स योग के बारे में जानकारी शेयर करेंगे, बल्कि योग अष्टांग व लेफ्ट व राइट नोस्टल (नाक) के बारे में भी अपने योग के एक्सपीरियंस दुनियाभर से पहुंचने वाले योग साधकों के बीच शेयर करेंगे. इसके लिए उत्तराखंड से तीन योग एक्सप‌र्ट्स व गुरु 23 मई को थाईलैंड के बैंकाक के पटाया सिटी के लिए रवाना होंगे. खास बात यह है कि इस इंटरनेशनल योगा फेस्टिवल के लिए उत्तराखंड से गंगाजल, शिवपुराण, रुद्राक्ष व लड्डू भी ले जाया जा रहा है.

20 से अधिक कंट्रीज से पहुंचेंगे साधक

थाईलैंड गवर्नमेंट के टूरिज्म डिपार्टमेंट के सहयोग से थाईलैंड के बैंकाक के पटाया सिटी में इंटरनेशनल योगा फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. इस आयोजन में भारत के यूपी व बंगलुरु में कार्यरत कुछ एजेंसियां भी शामिल हैं. इस आयोजन में दुनियाभर के करीब 20 से अधिक देशों के योग साधक व एक्सप‌र्ट्स पार्टिसिपेट कर रहे हैं. उत्तराखंड से शामिल होने वाले तीन योगा एक्सप‌र्ट्स में गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी के डा. विनोद नौटियाल, डा. रजनी नौटियाल के अलावा आध्यात्मिक योग गुरु योगार्चा विपिन जोशी हैं.

स्वर योगा पर व्याख्यान देंगी डा. रजनी

सेंट्रल यूनिवर्सिटी के डा. विनोद नौटियाल व डा. रजनी नौटियाल पिछले कई सालों से गढ़वाल यूनिवर्सिटी में बतौर योगा टीचर कार्यरत हैं. डा. रजनी नौटियाल डा. विनोद नौटियाल की पत्‍‌नी हैं और उन्होंने गढ़वाल यूनिवर्सिटी 1998 में ज्वाइन किया था. तब से लेकर अब तक वे लगातार योगा प्रमोशन के लिए कार्यरत हैं. डा. विनोद नौटियाल थाईलैंड में योगा अष्टांग के बारे में जानकारी देंगे, जबकि डा. रजनी नौटियाल स्वर योगा पर व्याख्यान देंगी. बताया गया कि इस कॉम्पिटीशन में सक्सेस रहने वालों को प्राइज भी दिए जाएंगे. डा. विनोद नौटियाल व डा. अंजली नौटियाल ने योगा के क्षेत्र में 100 से अधिक कैंप लगाने के साथ ही गढ़वाल विवि को कई गोल्ड मैडल दिला चुके हैं. दोनों से योगा सीखने वाले 13 स्टूडेंट्स को बंगलुरु की एक निजी कंपनी पहली जून को नौकरी देने का मन बना चुकी है. जबकि एक दर्जन से अधिक उनके स्टूडेंट्स फॉरेन में योग को बढ़ावा दे रहे हैं. दोनों के साथ गढ़वाल विवि में चाइना, जापान, साउथ कोरिया जैसे देशों के 50-60 स्टूडेंट्स योग सीख रहे हैं. थाईलैंड योगा फेस्टिवल में जाने के लिए दोनों उत्साहित हैं.

देवभूमि के महत्व की देंगे जानकारी

इन दोनों के अलावा आध्यात्मिक योग गुरु व दून स्थित टपकेश्वर वैष्णो देवी गुफा मंदिर के फाउंडर विपिन जोशी भी बैंकाक के लिए रवाना हो रहे हैं. विपिन जोशी ने योग फेस्टिवल के लिए संडे को हरिद्वार स्थित हर की पैड़ी में गंगा सभा के सहयोग से विशेष पूजा-अर्चना की. इसके बाद गंगाजल, शिव महापुराण व रूद्राक्ष मालाएं लेकर आचार्य विपिन जोशी देहरादून पहुंचे. बताया कि 23 मई से होने वाले योग फेस्टिवल के लिए वे अपने साथ नेशनल फ्लैग व लड्डू भी ले जा रहे हैं. योग गुरु विपिन जोशी गत वर्ष मलेशिया में आयोजित हुए योग फेस्टिवल में भी गए थे. उन्होंने बताया कि वे अपने इस दौरे के दौरान देवभूमि के महत्व के बारे में जानकारी देंगे. दुनियाभर से लोग तीर्थाटन, आध्यात्म, स्पंदन के लिए देवभूमि उत्तराखंड पहुंचते हैं. देवभूमि में ही योग साधना से मेंटल स्ट्रैस दूर किया जा सकता है.

Posted By: Ravi Pal