मुर्गी पहले आई या अंडा ऐसा ही एक सवाल खड़ा कर दिया है एक अंग्रेज लेखक ने। अंग्रेज लेखक ने अपनी किताब दि अटलेंटेन कॉन्‍सपिरेसी में जिक्र किया है कि दुनिया गोल नहीं चपटी है। उन्‍होंने अपनी किताब में ढेरों ऐसे सुबूत दिए हैं जो यह साबित कर देंगे कि दुनिया गोल तो बिलकुल भी नहीं है। यानी अभी तक आप का धरती को देखने का जो भी नजरिया था वो पूरी तरह से बदल जाएगा।


2- आप जितनी ऊंचाई पर चले जाएं क्षितिज देखने के लिए आपको नीचे नहीं देखना पड़ता है।4- अगर धरती गोल होती तो उत्तरी अमेरिका की मिसीसिपी नदी को समुद्र से मिलने के लिए ऊपर की ओर प्रवाहित होना पड़ता।6- लंदन से लिवरपूल का रेल मार्ग 180 मील का है। अगर धरती गोल होती तो वो बकिंघम से 5400 फीट की ऊंचाई पर होता।8- जो धरती की सतह को चपटी मानते हैं वो आसमान के तारों की बात को भी नहीं मानते। उनका मानना है कि अगर आसमान में सितारे होते तो वो पूरी तरह रौशनी से भरा होता।
10- अगर धरती गोल होती तो हवा में चलाई गई गोली किसी दूसरी दिशा में मीलों दूर गिरती जबकि ऐसा कुछ नहीं होता।

Posted By: Prabha Punj Mishra