PATNA : पटना यूनिवर्सिटी में नए सेशन की तैयारियां बड़े बदलाव से गुजर रहीं हैं. हर कॉलेज में कुछ ना कुछ चेंज हो रहा है.


पीयू के पीजी डिपार्टमेंट्स जहां सेमेस्टर सिस्टम लागू करने जैसे बड़े बदलाव के लिए तैयार हैं। वहीं सबसे बड़ा चेंज आया पीयू के ट्रेडिशनल कोर्सेज वाले छह कॉलेज में, यहां पूरा एडमिशन प्रोसीजर ही चेंज हो गया। इसके साथ ही पीयू के सभी दस कॉलेजों में एडमिशन के लिए एंट्रेंस सिस्टम लागू हो गया है। इसी कड़ी में आर्ट कॉलेज भी नये सेशन में अपने पूरे सिस्टम को बदलने की कोशिश में है। कोशिश कोर्स को पूरी तरह बदलने की है, लेकिन इस सेशन में यह बदलाव होगा, अभी सस्पेंस है।

मिनिमम क्वालिफिकेशन इंटरमीडिएट
पीयू के कॉलेजों की बदलाव की दौड़ में पिछड़ रहा था कॉलेज ऑफ आर्ट एंड क्राफ्ट। लेकिन अब आर्ट कॉलेज इसमें सबसे आगे बढऩे की कोशिश में है। हालांकि बदलावों की शुरुआत साल की शुरुआत में ही हुई, जब दशकों बाद यहां परमानेंट टीचर्स की अप्वाइंटमेंट हुई। अब कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन पूरा सिस्टम बदलने की तैयारी कर चुका है। यहां चलने वाले बीएफए के पांच साल के कोर्स में अभी एडमिशन के लिए मैट्रिकुलेशन के बाद एंट्रेंस है। पर, कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन इस कोर्स में एडमिशन की मिनिमम रिक्वायरमेंट इंटरमीडिएट कर, कोर्स की ड्यूरेशन चार साल करने की प्लानिंग में है.

सेमेस्टर सिस्टम भी होगा इंट्रोड्यूस
पटना यूनिवर्सिटी ने दूसरे कॉलेजों में जिस एंट्रेंस प्रॉसेस की अब शुरुआत की है, वह प्रॉसेस आर्ट कॉलेज में शुरू से ही होता रहा है। वहीं नये बदलावों में आर्ट कॉलेज ने बीएफए कोर्स में सेमेस्टर सिस्टम भी लागू करने की प्लानिंग की है। पीयू में फिलहाल सिर्फ एलएलबी में सेमेस्टर सिस्टम लागू है और नये सेशन में ये पीजी कोर्सेज में लागू करने की कोशिश है।

कॉलेज ऑफ आर्ट एंड क्राफ्ट का करेंट फार्मेट
* आर्ट कॉलेज के बीएफए कोर्स में एडमिशन के लिए अप्लाई करने की मिनिमम रिक्वायरमेंट मैट्रिकुलेशन है।
* कॉलेज में एडमिशन एंट्रेंस पास करने वालों के लिए अभी पांच सालों का बीएफए कोर्स चल रहा है।
* बीएफए में अभी 60 सीटें हैं। जिसमें स्पेशलाइजेशन के लिए पेंटिंग, अप्लायड आर्ट और स्कल्पचर शामिल है।

कॉलेज ऑफ आर्ट एंड क्राफ्ट का प्रपोज्ड फार्मेट
* नये फार्मेट के लागू होने पर बीएफए कोर्स में एडमिशन की मिनिमम रिक्वायरमेंट इंटरमीडिएट होगी।
* एडमिशन एंट्रेंस प्रॉसेस जारी रहेगा, लेकिन कोर्स की ड्यूरेशन पांच साल से घटाकर चार साल कर दी जाएगी।
* सीटें नहीं बढ़ेंगी लेकिन स्पेशलाइजेशन कोर्स में ग्राफिक्स इंट्रोड्यूस होगा।

नये फार्मेट के लिए कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन की तैयारियां
* नये फार्मेट के लिए कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने एडमिशन एंड एग्जामिनेशन का रेगुलेशन तैयार कर लिया है।
* सिलेबस तैयार करने के लिए एक्सपर्ट कमेटी के नामों पर विचार जारी है, समर वकेशन के तुरंत बाद इसे पूरा किया जाएगा.

फार्मेट लागू होने में दिक्कतें
* जून का महीना आधा खत्म हो चुका है, लेकिन कोर्स के अप्रूवल प्रोसीजर की शुरुआत नहीं हो सकी है.
* अप्रूवल प्रोसीजर में फार्मेट को एकेडमिक काउंसिल और सिंडिकेट से अप्रूव कराना होगा, जो वकेशन के बाद ही पॉसिबल है.
* एकेडमिक काउंसिल और सिंडिकेट के बाद इसे राजभवन से भी अप्रूव कराना होगा.

Posted By: Inextlive