हर जोन को टैक्स वसूली का दिया बड़ा टारगेट
- दिसंबर तक वसूली की प्रतिशत बेहद धीमा, पार्षदों ने उठाए सवाल
LUCKNOW नगर निगम की ओर से वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए तैयार बजट में कई मदों को लेकर पार्षदों ने सवाल उठाए हैं। सबसे बड़ा सवाल टैक्स वसूली को लेकर उठाया गया है। पार्षदों का साफ कहना है कि जब दिसंबर तक निर्धारित टैक्स वसूली का पचास प्रतिशत भी जमा नहीं हुआ तो निर्धारित लक्ष्य कैसे हासिल किया जा सकता है। हालांकि निगम प्रशासन का दावा है कि निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप ही वसूली होगी। हकीकत बयां करते आंकड़े (लाख में) सामान्य कर वास्तविक आय (17-18)-17707.02 पुनरीक्षित प्राविधान (18-19)-35000 वास्तविक आय (1 अप्रैल 18 से 31 दिसंबर 18)-14www.44 मूल प्राविधान (19-20)-335 वाहनों तथा अन्य गाडि़यों पर कर वास्तविक आय (17-18)-27.46 पुनरीक्षित प्राविधान (18-19)-200 वास्तविक आय (1 अप्रैल 18 से 31 दिसंबर 18)-19.45 मूल प्राविधान (19-20)-200 पेट्स पर टैक्स वास्तविक आय (17-18)-2.97 पुनरीक्षित प्राविधान (18-19)-25.00वास्तविक आय (1 अप्रैल 18 से 31 दिसंबर 18)-18.87
मूल प्राविधान (19-20)-25 विज्ञापनों पर कर वास्तविक आय (17-18)-409.34 पुनरीक्षित प्राविधान (18-19)-2000 वास्तविक आय (1 अप्रैल 18 से 31 दिसंबर 18)-334.80 मूल प्राविधान (19-20)-2000 प्रेक्षागृहों पर कर वास्तविक आय (17-18)-18.93 पुनरीक्षित प्राविधान (18-19)-30.00 वास्तविक आय (1 अप्रैल 18 से 31 दिसंबर 18)-13.12 मूल प्राविधान (19-20)-30.00 जोनवार स्थिति (हाउसटैक्स)जोन-1
वसूली (दिसंबर 18)-3556.63 लाख
आय उम्मीद (19-20)-5000 लाख जोन 2 वसूली (दिसंबर 18)-822.44 लाख आय उम्मीद (19-20)-3500 लाख जोन 3 वसूली (दिसंबर 18)-2976.66 लाख आय उम्मीद (19-20)-4500 लाख जोन 4 वसूली (दिसंबर 18)-2834.29 लाख आय उम्मीद (19-20)-5000 लाख जोन 5 वसूली (दिसंबर 18)-712.15 लाख आय उम्मीद (19-20)-3000 लाख जोन 6 वसूली (दिसंबर 18)-732.77 लाख आय उम्मीद (19-20)-4000 लाख जोन 7 वसूली (दिसंबर 18)-1179.19 लाख आय उम्मीद (19-20)-2500 लाख जोन 8 वसूली (दिसंबर 18)-1408.32 लाख आय उम्मीद (19-20)-2500 लाख कैसे होगी वसूली हाउस टैक्स वसूली की स्थिति पहले से ही खराब है। निगम प्रशासन को करीब 800 करोड़ की वसूली करनी है। उपरोक्त आंकड़ों से साफ है कि किसी भी जोन में टैक्स वसूली की प्रतिशत बहुत बेहतर नहीं है, ऐसे में वसूली का लक्ष्य हासिल करना बहुत बड़ी चुनौती है। इस मुद्दे को लेकर पार्षदों ने सवाल उठाए थे। सिर्फ यही स्थिति ठीककांजी हाउस मद के अंतर्गत निगम क्षेत्र में आवारा जानवरों की धरपकड़ के बाद उनके मालिकों से दंड स्वरूप प्राप्त आय शामिल है। दिसंबर 18 तक 34.22 लाख की आय हुई है, जिसको ध्यान में रखते हुए मूल बजट में 100 लाख आय की उम्मीद जताई गई है। हालांकि पार्षदों ने पशु चिकित्साधिकारी डॉ। अरविंद राव पर विश्वास जताते हुए इस लक्ष्य को 200 करोड़ का कर दिया है।
नोटिफाइड एरिया समाप्त बजट में नोटिफाइड एरिया मद में 10 लाख आय की उम्मीद जताई गई थी। जब मामला सदन में आया तो पार्षद गिरीश मिश्रा ने पहले तो नोटिफाइड एरिया को परिभाषित किया, फिर इस मद को समाप्त करने की मांग की। जिस पर पूरा सदन सहमत हो गया और अंतत: नोटिफाइड एरिया को समाप्त कर ि1दया गया। हर माह देना होगा 1 करोड़ यूजर चार्ज पार्षदों ने ईकोग्रीन कंपनी की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए उसके भुगतान पर रोक लगाए जाने की मांग की थी। इस पर नगर आयुक्त ने सदन को आश्वस्त किया कि ईकोग्रीन को हर हाल में हर महीने एक से डेढ़ करोड़ रुपये यूजर चार्ज देना होगा, तभी अतिरिक्त धनराशि दी जाएगी। तो बढ़ जाएंगे नए भवन स्वामी हाउसटैक्स मुद्दे पर जीआईएस सर्वे शुरू करा दिया गया है। जिससे साफ है कि आने वाले दिनों में एक लाख के करीब नए भवन स्वामी सामने आ सकते हैं। पेंशन मद में कटौती का विरोधवेतन-पेंशन मद में कटौती किए जाने से कर्मचारी संघ खासा नाराज है। संघ के पदाधिकारियों ने मेयर को पत्र लिखकर मद में धनराशि को बढ़ाने की मांग की है।
कैसे पूरी होंगी योजनाएं बजट में कई नई योजनाएं भी शामिल की गई हैं। जिसमें नए कल्याण मंडप, शेल्टर होम इत्यादि शामिल हैं। सदन की ओर से नए निर्माण कार्यो के बजट में 400 लाख की कटौती की गई है, ऐसे में सवाल है कि नए निर्माण कार्य किस प्रकार होंगे। मेरी ओर से सदन में टैक्स वसूली लक्ष्य का मुद्दा उठाया गया था। बजट में जोनवार अंकित टैक्स वसूली के आंकड़ों को देखते हुए मामले को उठाया गया। मेरा उद्देश्य सिर्फ इतना था कि हर जोन में दिसंबर 18 तक हुई टैक्स वसूली को देखते हुए लक्ष्य निर्धारित किया जाए, जिससे निगम को राजस्व संबंधी नुकसान न हो। रामकृष्ण यादव, नेता सदन भाजपा