कर निरीक्षक के बयान से पकड़ी गई चोरी

NAINI: सरकारी विभाग में बंदर बाट व कर चोरी से प्रदेश सरकार को लाखों का नुकसान सहना पड़ रहा है। अधिकारी अपने तिकड़म से विभाग की गरिमा को डुबाने में लगे हुए हैं। प्रदेश सरकार को विकास के लिए सबसे ज्यादा मुनाफा टैक्स से प्राप्त होता है। लेकिन अधिकारी इस मुनाफे की रकम को हड़पने की कोशिश में लगे रहते हैं। ऐसा ही मामला मनोरंजन कर विभाग में एक अधिकारी के बयान से उजागर हुआ। जहां केबल आपरेटर व अधिकारी की मिली भगत से हर माह लगभग लाखों रुपये की टैक्स चोरी की जा रही है। विभाग के आला अधिकारी सारी बातें जानने के बावजूद भी मूकदर्शक बने हुए हैं।

25 प्रतिशत टैक्स वसूली

बता दें कि हैथवे कंपनी के केबल आपरेटर के जरिए इलाहाबाद जनपद में लगभग एक लाख से अधिक घरों में सेटअप बॉक्स लगे हुए हैं। मनोरंजन कर विभाग केबल आपरेटरों से प्रत्येक सेटअप बॉक्स पर 25 प्रतिशत यानी 37.50 पैसे टैक्स वसूली करता है। एक लाख बॉक्स पर 37 लाख 50 हजार रुपये टैक्स वसूली होनी चाहिए। लेकिन हैथवे कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर ने विभाग में सिर्फ 55 हजार उपभोक्ताओं को दर्शाया है। जिस पर विभाग 17 लाख रुपये टैक्स जमा करता है। 55 हजार उपभोक्ताओं पर 20 लाख 62 हजार पांच सौ रुपये की वसूली होनी चाहिए। लेकिन इस पर भी विभाग के कुछ अधिकारी केबल आपरेटरों से मिलकर अपनी झोली भरने में लगे हुए हैं। इस चोरी का खुलासा कर निरीक्षक अरविंद वर्मा के बयान से हुआ।

पिछले वर्ष हुई थी छापेमारी

उन्होंने बताया कि इलाहाबाद जनपद में कुल 55 हजार उपभोक्ता हैं। केबल आपरेटरों से विभाग में 17 लाख रुपये टैक्स जमा किया जाता है। एक लाख उपभोक्ताओं की जानकारी विभाग को नहीं है। पिछले वर्ष 2015 में सिविल लाइन स्थित केबल नेटवर्क हैथवे कंपनी में मनोरंजन विभाग की टीम ने छापेमारी की थी। विभाग को कुछ शक हुआ कि केबिल कंपनी अपनी ग्राहकों की वास्तविक सूची छिपा रही है। गलत सूची के आधार पर वह विभाग में टैक्स जमा कर रही है।

जब्त किए थे कागजात

इस दौरान एसीएम बंसत सिंह के नेतृत्व में छापेमारी की गई थी। जहां टीम ने कागजों का निरीक्षण करने के बाद कुछ दस्तावेज जब्त कर लिए थे। इस छापेमारी में सहायक मनोरंजन कर आयुक्त आरके सिंह भी शामिल थे। जिसके बाद से आज तक विभाग कुछ ग्राहकों की संख्याओं के बारे में जानकारी हासिल नहीं कर सकी। जिससे विभाग की लापरवाही पर संदेह ज्ञात होता है।

तगड़ा गठजोड़

केबल नेटर्वक हैथवे कंपनी को चूना लगाने में मनोरंजन कर विभाग के अधिकारी, डिस्ट्रीब्यूटर सहित शहर के तमाम बड़े केबल आपरेटर लिप्त हैं। इन तीनों की मिली भगत से कंपनी को लाखों का चूना लग रहा है, जिसके साथ विभाग को भी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इस बंदर बाट से तीनों की झोली में लाखों रुपये भर जाते हैं। बता दें कि इलाहाबाद में कुल 93 केबल आपरेटर हैं, जिनके उपभोक्ताओं की कुल संख्या 101091 है।

Posted By: Inextlive