नासा के ‘केपलर दूरबीन’ का प्रयोग कर एक अंतर्राष्ट्रीय दल ने कई सारे लाल तारों रेड जाइंट के अन्दरूनी स्ट्रक्चर और उनकी एक्सटर्नल लेयर के स्ट्रक्चर्स को स्टडी किया है.


साइंटिस्ट्स का दावा है कि उन्होंने सूर्य के भविष्य के रहस्य का पता लगा लिया है. उन्होंने दावा किया है कि अब यह पता लग चुका है कि पांच अरब साल बाद सूरज कैसा दिखेगा.यह फर्क इतना सूक्ष्म था कि इसको समझने के लिए साइंटिस्ट्स को केपलर दूरबीन से आंकड़े इकट्ठे करते करते दो साल लग गए.वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि सूरज जैसे तारों का भीतरी भाग बाहरी हिस्से से ज्यादा गति से घूमता है. करीब पांच अरब साल बाद सूर्य भी रेड जाइंट तारा बन जाएगा. इस शोध को फेमस साइंस जनरल ‘ नेचर’ में पब्लिश किया गया है.

Posted By: Divyanshu Bhard