-कुख्यात ऊधम की पत्‍‌नी समेत चार शार्प शूटर दबोचे

- रंगदारी के लिए क्लीनिक के बाहर की थी फायरिंग

-आईजी ने प्रेसवार्ता में दी घटनाक्रम की जानकारी

Meerut : कुख्यात यहां रंगदारी के लिए कारोबारियों, डॉक्टरों, धनाढ्य को निशाना बना रहे हैं। पैसे की कमी न हो और हमारा खौफ काबिज रहे, इसके लिए कुख्यातों ने वेस्ट के हर गली-मोहल्लों से दहशतगर्दो की युवा फौज जुटा ली है। पुलिस महानिरीक्षक मेरठ जोन सुजीत पांडेय के इस खुलासे ने वेस्ट में 'जंगलराज' पर मुहर लगा दी है तो वहीं उन्होंने कहा कि अपराध से पहले हर अपराधी को पकड़ना मुश्किल है। सोमवार को एसटीएफ ने डॉक्टर से 20 लाख की रंगदारी के आरोप में कुख्यात ऊधम सिंह करनावल की पत्‍‌नी और चार गुर्गो की गिरफ्तारी की जानकारी प्रेसवार्ता में दी।

क्लीनिक पर की थी फायरिंग

घटनाक्रम की जानकारी देते हुए आईजी जोन ने बताया कि 25 अपै्रल को कॉपरेटिव चौराहा स्थित डॉ। विनोद कुमार के अल्ट्रासाउंड सेंटर के बाहर फायरिंग के आरोपी चारों शार्प शूटर्स स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने गिरफ्तार कर लिए हैं। शार्प शूटर्स वेस्ट यूपी के कुख्यात और लखनऊ जेल में निरुद्ध ऊधम सिंह करनावल के गुर्गे हैं। आईजी ने कहा कि ऊधम सिंह जेल से मेरठ समेत वेस्ट यूपी के विभिन्न जनपदों में व्यापारियों, डॉक्टर्स, धनाढ्य को रंगदारी के लिए फोन कर रहा है। डॉ। विनोद को फोन पर धमकी देकर 10 लाख की रंगदारी ऊधम सिंह ने मांगी थी, ना-नुकर करने पर अल्ट्रासाउंड सेंटर के बाहर गिरफ्तार चारों आरोपियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, ऊधम सिंह ने इस बीच रंगदारी की रकम को बढ़ाकर 20 लाख कर दिया। कुख्यात की पत्‍‌नी गीतांजलि रंगदारी वसूलने में सहयोग करती थी।

ये हुए गिरफ्तार

1-विदित विहान पुत्र योगेंद्र सिंह, ग्राम-भराला, थाना दौराला।

2-अनिल पुत्र नरेंद्र, ग्राम-भराला, थाना दौराला।

3-फकरुद्दीन उर्फ फकरू पुत्र युनुस, ग्राम-सिखेड़ा, थाना इंचौली। हाल निवासी-समर गार्डन, थाना लिसाड़ी गेट।

4-अंबुज चौहान पुत्र मित्रसेन, पल्हेड़ा, थाना पल्लवपुरम, हाल निवासी-एम ब्लॉक गंगानगर।

5-गीता उर्फ गीतांजलि पत्‍‌नी ऊधम सिंह, नि। करनावल, थाना सरूरपुर (गिरफ्तारी थाना हजरतगंज क्षेत्र, लखनऊ)

बरामदगी

-3 तमंचे 315 बोर, 6 जिंदा कारतूस 315 बोर।

-एक चाकू

-2 मोबाइल फोन

-एक हीरोहोंडा स्पलेंडर

-एक व्हाईट अपाचे मोटरसाइकिल

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लखनऊ में दबोचा

मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ मेरठ, आईजी जोन की जोनल क्राइम ब्रांच, स्थानीय थाना पुलिस ने लालकुर्ती के समीप टेलीफोन एक्सचेंज के समीप चारों बदमाशों को रविवार रात्रि सवा नौ बजे पकड़ लिया। वहीं दूसरी ओर आरोपियों की निशानदेही पर ऊधम सिंह की पत्‍‌नी गीतांजलि को सोमवार प्रात: पौने दस बजे लखनऊ के हजरतगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर ली गई। सभी आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल किया है। शार्प शूटर्स ने बताया कि वे चार साल से कुख्यात के संपर्क में है, वो फोन और व्हाट्सअप के जरिए वेस्ट के बड़े कारोबारियों, उद्योगपतियों, बिल्डर्स, डॉक्टर्स से रंगदारी के लिए बात कराता था।

15 हजार का इनाम

आईजी ने एसटीएफ की टीम को इस उपलब्धि के लिए 15 हजार ईनाम की घोषणा की है। आईजी एसटीएफ राजकुमार ने एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक को वेस्ट यूपी, दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय पुरस्कार घोषित कुख्यात अपराधियों, माफिया की गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। इसी क्रम में एएसपी एसटीएफ शैलेंद्र श्रीवास्तव और सीओ एसटीएफ अनित कुमार, इंस्पेक्टर धर्मेद्र यादव के नेतृत्व में 20 पुलिसकर्मियों की टीम ने शार्प शूटर्स को गिरफ्तार किया गया। प्रेसवार्ता में एसएसपी डीसी दूबे, एसपी सिटी ओपी सिंह आदि मौजूद थे।

ऊधमनामा

नाम : ऊधम सिंह

उम्र : 42

पिता : वीर नारायण सिंह

पता : करनावल थाना सरूरपुर

क्राइम स्टेटस : 17 हत्या, 12 हत्या के प्रयास, चार गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट समेत करीब 52 मुकदमें अलग अलग थानों में पंजीकृत हैं। हाल के सालों में अपनी भांजी व किनौनी मिल के एजीएम की हत्या में ऊधम सिंह का नाम मीडिया में खूब उछला था। हालांकि वर्ष 1992 से अब तक जरायम की दुनिया में ऊधम का नाम लगातार चर्चाओं में रहा है। उसका अपना खुद का गैंग है, जिसमें डेढ़ दर्जन से अधिक शातिर शूटर हैं। उसके खिलाफ मेरठ ही नहीं बल्कि मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद और बागपत में भी कई मुदकमे दर्ज हैं।

9 नवंबर 2011

प्रमोद भदौड़ा को गोलियों से छलनी करने के आरोपी हिस्ट्रीशीटर ऊधम सिंह करनावल ने गाजियाबाद डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में समर्पण कर दिया।

31 अक्टूबर 2011

मेरठ के सरूरपुर थाना क्षेत्र के भदौड़ा गांव में 31 अक्टूबर को सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में ऊधम सिंह ने गोलियां बरसाकर हिस्ट्रीशीटर प्रमोद भदौड़ा की हत्या कर दी थी।

Posted By: Inextlive