ऐतिहासिक धरोहर को संजो कर रखने में नाकाम जिला प्रशासन

Meerut। स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में मेरठ के योगदान से शायद ही कोई शख्स परिचित नहीं होगा। 1857 में आजादी की लड़ाई का बिगुल मेरठ से ही फूंका गया था, लेकिन आज आजादी की लडाई से जुडी यादें प्रशासनिक रखरखाव के अभाव में धुंधली होती जा रही हैं। खासतौर पर मेरठ के विक्टोरिया पार्क स्थित पुराना मंच जहां आजादी के पहली क्रांति का बिगुल फूंका गया था। इस मंच पर आज भी 1857 से जुडे क्रांतिकारियों द्वारा जेल तोड़ने की घटना समेत महात्मा गांधी के दांडी मार्च का तत्कालीन चित्रण मौजूद है। प्रशासन ने इस मंच को ऐतिहासिक धरोहर तो घोषित कर दिया लेकिन अनदेखी के चलते इस धरोहर पर गंदगी और अव्यवस्थाओं की भरमार है।

57 साल बाद हुआ जीर्णोद्वार

आजादी के करीब 57 साल बाद तक विक्टोरिया पार्क स्थित यह मंच प्रशासनिक अनदेखी के चलते क्षतिग्रस्त होता रहा। 12 साल पहले स्थानीय प्रशासन को इस एतिहासिक धरोहर की याद आई तो 15 अगस्त 2006 को इस मंच का तत्कालीन कमिश्नर देवदत्त शर्मा द्वारा जीर्णोद्वार कराया गया था।

न सुरक्षा, न संरक्षण

विक्टोरिया पार्क का यह एतिहासिक मंच आज सुरक्षा और संरक्षण के अभाव में जर्जर होने लगा है। मंच के आसपास सौंदर्यीकरण के लिए लगाई गई टाइल्स, लाइट्स, बागवानी नष्ट हो रही है। मंच राहगीरों के आराम की जगह बन चुका है। शहीदों के सम्मान की बजाए मंच पर लोग आराम फरमाते हैं और खाते-पीते हैं। यहां तक कि आवारा पशु भी मंच पर गंदगी फैलाते रहते हैं। जिस कारण मंच तक जाने वाली सीढि़यों पर गंदगी का अंबार लगा रहता है। नगर निगम की तरफ से इस मंच की साफ-सफाई का जिम्मा लेकर नियमित रूप से सफाई कर्मचारी भी तैनात किए हैं, लेकिन हकीकत में मंच पर सप्ताह भर तक सफाई नही होती जिस कारण से मंच का दायरा भी गंदगी से अटा रहता है।

मंच पर इतिहास की झलक

विक्टोरिया पार्क स्थिति ऐतिहासिक मंच का आजादी की लड़ाई में एक अलग महत्व है। विक्टोरिया पार्क स्थित नई जेल में बंद 85 क्रंातिकारी सिपाहियों को 10 मई 1857 की शाम तीसरी अश्व सेना के सिपाहियों ने जेल तोड़कर आजाद कराने के बाद पार्क में स्थित मंच से आजादी की लड़ाई का बिगुल बजाया था। इसी स्थान पर नवंबर 1947 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का आखिरी अधिवेशन भी हुआ था। इस मंच पर गुलाम भारत में कांग्रेस के अंतिम अधिवेशन का आयोजन किया गया था। इस अधिवेशन में घोषणा की गई थी अगला अधिवेशन आजाद भारत में होगा।

विक्टोरिया पार्क के मंच की नियमित रुप से साफ सफाई की जाती है। उस स्थल पर केवल सिक्योरिटी की कमी है, जिस कारण से बाहरी तत्व गंदगी फैलाते रहते हैं।

गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

ऐतिहासिक धरोहर है। इसे संरक्षण की आवश्यकता है, लेकिन अब मंच के चारों ओर क्रिकेट क्लब खुल चुका है, जिस कारण से लोग मंच तक जा भी नही पाते।

कुलदीप शर्मा

क्रिकेट एकेडमी खुलने से पहले मंच लोगों को दिखाई देता था, अब वहां लोगों का मूवमेंट कम हो गया है। हालांकि लोग कम जा रहे हैं, लेकिन रखरखाव फिर भी होना चाहिए।

डॉ। मोहित

विक्टोरिया पार्क मंच हमारी ऐतिहासिक धरोहर है। कांग्रेस द्वारा इस मंच पर गुलाम भारत का अंतिम अधिवेशन किया गया था। इस मंच को आज नए स्तर पर जीर्णोद्वार की जरुरत है।

हरिकिशन वर्मा

Posted By: Inextlive