Patna: पतंगबाजी भले ही किसी के लिए एक आम शौक की तरह हो पर ये मेरे लिए एक जुनून की तरह है. इसके लिए मैं हर काम को छोड़ इसके लिए समय देता हूं.


मैं हर जगह दिखा चुका हूं कमालफेमस पतंगबाज मेहुल कुमार का कहना है कि मैं देश के कई हिस्सों में घूम चुका हूं। कुछ दिन पहले मैं लखनऊ में भी रहा। हर जगह मेरी पहचान एक पतंगबाज के तौर पर है, जो मुझे बहुत अच्छा अच्छा लगता है। अब तक मैंने यहां के कागज की पतंग से लेकर विदेशों के स्पेसिफाइड तरीके की पतंगें उड़ाया हूं। यहां मैं अपने खास पतंग पायलट लिफ्टर के साथ यहां हूं। सबसे ज्यादा पतंगबाज इंडिया में
डोर के लिए इसमें जेनरल थे्रड नहीं, बल्कि केवलर है। इसे हाथ में लेकर ही उड़ाया जाता है। इंडिया में जितनी अधिक पतंगें उड़ाई जाती हैं, उतनी दुनिया के किसी देश में नहीं। यही वजह है कि इसका जुनून भी यहां ही है। वैसे देश में सबसे अधिक अहमदाबाद में इसके शौकीन लोग हैं। यहां पतंगें भले ही साधारण हो, पर उसे काटने, लूटने और आसमान में उंचाई तक ले जाने का जुनून मैंने भी यहीं महसूस किया है। टाइगर व पायलट लिफ्टर की भिड़ंत में मिला रोमांच


दो इंटरनेशनल बड़े पतंगबाज अशोक सहाय और मेहुल कुमार की पतंग टाइगर और पायलट लिफ्टर पर सबकी नजरें टिकी थीं। कभी ऊंचाई पर, तो कभी हवा में डगमगाते। हर पल दोनों पतंग की मूवमेंट लोगों की धड़कनें बढ़ा रही थी। पहले तो एक ही जगह से हवा में उड़ाने के बाद एक पैरलल मूव कर रहे थे, पर अशोक ने थोड़ी ढील क्या छोड़ी रोमांच पकड़ में आ गया। टाइगर ने पायलट लिफ्टर को अपने में लपेट कर रेत पर जैसे रौंद डाला, जिसे देख दर्शकों का भीड़ मानों रोमांचित हो कह उठे-वाह टाइगर ने क्या लपेटा है।

Posted By: Inextlive