- गुजरात के जूनागढ़ शक्करबाग प्राणी उद्यान से आएंगे 11 शेर

- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद गुजरात सरकार ने दिखाई रूचि

GORAKHPUR: गोरखपुर उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा जिला होगा। जहां के चिडि़याघर में एक से बढ़कर एक जीव जंतुओं की प्रजातियां नजर आएंगी। एक तरफ जहां गुजरात के शेर गोरखपुर के चिडि़याघर में दहाड़ेंगे, वहीं गेंडा भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनेगा। मुख्यमंत्री के पहली प्राथमिकता में शुमार शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान गोरखपुर में शेर और गेंडा के रखे जाने के लिए केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण को पत्र लिखा गया था। जिसके बाद अनुमति मिलने के साथ ही दोनों के लिए बाड़े के निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने वाली है।

सीएम ने किया था निरीक्षण

निर्माणाधीन गोरखपुर प्राणी उद्यान के निदेशक डॉ। एनके जानू ने यह कदम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हाल ही में प्राणी उद्यान के निरीक्षण के बाद उठाया है। 121.342 एकड़ में बन रहे शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान में 31 बाड़े का निर्माण तेजी के साथ चल रहा है, लेकिन केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण से शेर (लायन) और गेंडा (रायनो) के लिए बाड़ा बनाने की अनुमति नहीं मिली थी। क्योंकि प्राधिकरण का कहना था कि यह दोनों ही प्रजाति के जानवर नहीं मिल पाएंगे।

लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप पर गुजरात के मुख्यमंत्री की व्यक्तिगत रूचि पर गुजरात के जूनागढ़ के शक्करबाग प्राणी उद्यान ने 11 शेर उत्तर प्रदेश सरकार को प्रदान करने पर सहमति प्रदान की है। गुजरात एशियाई शेरों का एकमात्र निवास स्थान है। यहां से मिलने वाले एक नर और दो मादा शेर शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान में रखे जाएंगे। शेष 9 शेर को इटावा लायन सफारी को भेजा दिया जाएगा।

कानपुर से आएगा एक गेंडा

उद्यान के निदेशक डॉ। एनके जानू के पत्र पर कानुपर प्राणी उद्यान ने एक मेल गेड़ा (राइनो) देने की बुधवार को स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह पत्र मिलने के बाद ही केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण को इसकी जानकारी देते हुए बाड़ा बनाने की स्वीकृति मांगी गई है। कानपुर और पटना प्राणी उद्यान को पत्र लिख कर दो-दो गेंडा की मांग की गई थी। कानपुर ने एक मेल गेंडा देने की अनुमति प्रदान की लेकिन पटना से कोई जवाब नहीं मिला है। उम्मीद है कि एक फीमेल गेंडा का इंतजाम शीघ्र ही कर लिया जाएगा।

2750 वर्ग मीटर का होगा शेर का बाड़ा

शेर के लिए केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण की अनुमति मिलने के बाद 2750 वर्ग मीटर में बाड़ा बनाया जाएगा। इस बाड़े में एक मेल और दो फीमेल शेर को रखने की योजना है। शेर के लिए जहां गुजरात सरकार ने अनुमति प्रदान कर दी है, वही उम्मीद है कि केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण भी बाड़ा बनाने की अनुमति जल्द प्रदान कर देगा। गेंडा और शेर के बाड़ों की अनुमति मिली तो प्राणी उद्यान में कुल बाड़ों की संख्या बढ़ कर 33 हो जाएगी।

वर्जन

चिडि़याघर में काम तेजी के साथ चल रहा है। शेर और गेंडा जैसे जानवरों के रखे जाने की प्लानिंग है। इसको लेकर बाड़े बनाए जाएंगे।

के विजयेंद्र पांडियन, डीएम

Posted By: Inextlive