- सेल के बच्चों के बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर लाने की तैयारी

- मिलने जुलने वालों के लिए निश्चित होगा टाइम

- मिलने से पहले परिजनों को बनवानी होगी पर्ची

- हर बच्चे का बनाया जाएगा रिपोर्ट कार्ड

Meerut : डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन जुवेनाइल सेल में बड़े स्तर पर बदलाव करने जा रहा है। इसमें बच्चों की बिल्डिंग में शिफ्टिंग करने से लेकर मिलने-जुलने के टाइम में बदलाव से लेकर कई चीजें शामिल हैं। इस बदलाव के ब्लू प्रिंट तैयार करने की जिम्मेदारी डिस्ट्रिक्ट प्रोबेशन ऑफिसर को सौंपी गई है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही ये बदलाव देखने को मिल जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि बदलाव से सेल में हो रही एक्टिविटी में लगाम लग सकेगी।

 

नीचे शिफ्ट होंगे बच्चे

प्राप्त जानकारी के अनुसार बच्चों को अब नीचे ग्राउंड फ्लोर पर शिफ्ट किया जाएगा। ताकि कोई भी हरकत की जानकारी तुरंत मिल सके। इसके लिए नीचे वाले पोर्शन को पूरी तरह से खाली कराया जा रहा है। मौजूदा समय में नीचे के कमरों में बैलेट बॉक्स और बच्चों द्वारा तोड़ी गई मेज कुर्सियां रखी हुई हैं। वहां की साफ सफाई और बैलेट बॉक्स ले जाने के लिए संबंधित डिपार्टमेंट को लिख दिया गया है।

 

मिलाई का समय होगा निश्चित

अधिकारियों ने बताया कि बच्चों से मिलने के लिए आने वाले परिजनों की मिलाई का समय निश्चित किया जाएगा। अगर सुबह किसी को मिलना होगा उसे पहले सुबह 8 से 10 बजे के बीच में मिलाई की पर्ची बनवानी होगी। जिसके बाद उन्हें 10 से दोपहर 12 बजे तक मिलने दिया जाएगा। दूसरा मिलने का समय होगा दोपहर दो से 4 बजे तक का। इसके लिए परिजनों को 12 से 2 बजे तक पर्ची बनवानी होगी। 4 बजे के बाद किसी को भी किसी बच्चे से नहीं मिलने दिया जाएगा।

 

बनाया जाएगा रिपोर्ट कार्ड

इस पूरे बदलाव में एक नई चीज होने जा रही है। वो है बच्चों का रिपोर्ट कार्ड। इस रिपोर्ट कार्ड में बच्चा कब सेल में आया था? किस अपराध में आया था? बच्चा कितनी बार सेल से भागा? किस दिन कौन सी कोर्ट में गया? किस दिन कौन उससे मिलने आया? तमाम तरह की बातें दर्ज होंगी। मिलाई के दौरान रिपोर्ट कार्ड पर बच्चे और जो मिलने आया है दोनों के साइन लिए जाएंगे। ताकि कोई बाद मिलने वाली बात डिनाई न कर सके।

 

लगाए जाएंगे सीसीटीवी

वहीं अधिकारियों की मानें तो सेल के एंट्री-एग्जिट प्वाइंट पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। वहीं कोई कांड होने पर इस बात का भी पता लग सकेगा कि पुलिस कितनी एक्टिव थी। कई बार बच्चों की फरारी के बाद पुलिस की भी लापरवाही भी सामने आई है। ऐसे में तैनात पुलिस कर्मियों पर भी नजर रखने की भी बात सामने आ रही है। अधिकारियों की मानें तो पूरे ब्लू पि्रंट को फे्रमवर्क किया जा रहा है। उसके बाद ही सब कुछ इंप्लीमेंट किया जाएगा।

 

 

बदलाव के बिंदुओं पर काम चल रहा है। और क्या बेहतर हो सकता है इसके बारे में हायर ऑफिशियल से भी बात की जाएगी। उसके बाद ही कोई इंप्लीमेंट होगा।

- आशुतोष मोहन अग्निहोत्री, एडीएम सिटी, मेरठ

 

जुवेनाइल सेल में कुछ बदलाव करने की तैयारी चल रही है। फ्रेमवर्क पर काम हो रहा है। बच्चों को ऊपर से नीचे भी शिफ्ट किया जाएगा। पूरा काम होने के बाद ही पूरी जानकारी दी जाएगी।

- पुष्पेंद्र सिंह, डिस्ट्रिक्ट प्रोबेशन ऑफिसर, मेरठ

Posted By: Inextlive