-कैंसर पीडि़त मां का इलाज कराने आया था व्यापारी

-बेरहम हुए डॉक्टर ने तीमारदार को जमकर पीटा

- पेशेंट के लिए दवाई खरीदने को लेकर बिगड़ी बात

Meerut: असाध्य रोगों से पीडि़त लोगों का इलाज कर उनकी जान बचाने वाले डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप कहकर बुलाए जाते हैं, लेकिन सुशीला जसवंत राय के एक डॉक्टर ने न केवल अपने पेशे को शर्मसार कर दिया। बल्कि अपनी कैंसर से पीडि़त मां का इलाज कराने आए युवक को बेरहमी से पीट डाला।

क्या था मामला

शिवाजी रोड स्थित जगन्नाथपुरी निवासी विपुल सिंघल संयुक्त व्यापार संघ में मंत्री हैं। शुक्रवार को विपुल अपने भाई मुकुल के साथ अपनी कैंसर से पीडि़त मां संतोष देवी का इलाज कराने सुशीला जसवंत राय आया था। विपुल ने बताया कि मां को एडमिट कराने के बाद भी डॉक्टर पियूष गुप्ता कीमो करने नहीं आ रहे थे। हॉस्पिटल मैनेजमेंट से शिकायत करने पर जब डॉक्टर हॉस्पिटल पहुंचे तो उन्होंने सजेस्ट की गई दवाईयां हॉस्पिटल स्थित मेडिकल स्टोर से लाने को कहा। व्यापारी ने दूसरे मेडिकल स्टोर से दवाईयां खरीद ली।

गुस्से में डॉक्टर

इस बात पर बिगड़ते हुए डॉक्टर ने हॉस्पिटल के मेडिकल स्टोर से दवाइयां न खरीदने पर गुस्सा जाहिर किया और इलाज करने से मना कर दिया। जब व्यापारी व उसके भाई ने डॉक्टर से इलाज करने की प्रार्थना की तो डॉक्टर ने अभद्र भाषा यूज कते हुए मरीज को कहीं और दिखाने को कहा। डॉक्टर की अभद्रता पर गुस्साए व्यापारी के भाई मुकुल ने डॉक्टर को चांटा जड़ दिया। इस पर हॉस्पिटल के स्टॉफ ने डॉक्टर के कहने पर व्यापारी व उसके भाई को गिरा-गिरा का पीटा। मौके पर मौजूद अन्य तीमारदारों ने बीच-बचाव कर बामुश्किल दोनों की जान बचाई।

दवाइयों में है मोटा कमीशन

पीडि़त व्यापारी विपुल ने बताया कि वह पूर्व में अपनी मां की कीमोथेरेपी शहर के अन्य हॉस्पिटल में करा चुके हैं। इसलिए उन्होंने जब कीमों में होने वाली दवाई का मूल्य हॉस्पिटल के मेडिकल स्टोर पर पता किया तो उसने दवाइयों की कीमत ख्भ् हजार रुपए बताई। जबकि वहीं दवाई उन्होंने अन्य मेडिकल स्टोर से क्म् हजार में खरीदी थी।

व्यापारियों ने किया हंगामा

घटना की सूचना पर हॉस्पिटल पहुंचे संयुक्त व्यापार संघ के लोगों ने जमकर हंगामा काटा। व्यापारियों ने हॉस्पिटल मैनेजमेंट से मिलकर आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की। हंगामें की सूचना पर मौके पर पहुंची सीओ सिविल लाइन व इंस्पेक्टर सिविल लाइन इकबाल अहमद कलीम ने लोगों को बामुश्किल शांत कराया। बाद में डॉक्टर द्वारा माफी मांगने पर मामला शांत हो गया।

डॉक्टर द्वारा अभद्रता की गई थी, जिसके बाद व्यापारी के भाई ने उसके साथ धक्का-मुक्की की। डॉक्टर के पेशे को इस तरह की बातें कलंकित करती है।

-नवीन गुप्ता

अध्यक्ष, संयुक्त व्यापार संघ

Posted By: Inextlive