लड़कियों को मार्शल आर्ट्स सिखाने की योजना हुई फ्लॉप

4 प्रशिक्षकों ने ही किया है इस योजना के लिए आवेदन

100 प्रशिक्षकों की जरूरत है स्कूलों में ट्रेनिंग के लिए

3 माह बीतने के बाद भी विभाग नहीं कर सका योजना शुरू

1-1 ट्रेनर की सभी न्याय पंचायत क्षेत्रों में होनी है नियुक्ति

3 हजार रूपये दिए जाएंगें फिजिकल ट्रेनर को

Meerut। बेसिक अपर प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले लड़कियों को झांसी की रानी बनाने के यूपी सरकार के ख्वाब पर पूरी तरह से पानी फिर गया है। लाख कवायदों के बाद भी जिला बेसिक शिक्षा विभाग कई महीने बीतने के बाद भी योजना को अमलीजामा पहनाने में नाकाम सिद्ध हुआ है। विभागाधिकारियों का कहना है कि मार्शल आर्ट्स का प्रशिक्षण देने के लिए उन्हें प्रशिक्षक ही नहीं मिल पाएं हैं। स्थिति यह है कि 100 प्रशिक्षकों के एवज में मात्र 4 प्रशिक्षकों ने ही आवेदन दिए हैं।

यह है मामला

यूपी सरकार की ओर से अक्टूबर में एक योजना तैयार की गई थी। इस योजना के तहत जूनियर हाईस्कूल में पढ़ने वाली सातवीं और आठवीं की स्टूडेंटस को जूड़ो, कराटे व मार्शल आ‌र्ट्स का स्कूल में ही प्रशिक्षण दिया जाना था। इसके लिए शासन ने अलग से फिजिकल ट्रेनर रखने के निर्देश भी दिए थे। योजना को लागू हुए तीन महीने से अधिक हो चुके हैं लेकिन विभाग को योजना शुरु करने के लिए ट्रेनर ही नहीं मिल पाएं है ।

यह है वजह

इस योजना के तहत विभाग को लगभग 100 ट्रेनर्स की जरूरत थी, जिसके तहत सभी न्याय पंचायत क्षेत्रों में एक-एक ट्रेनर की नियुक्ति होनी थी। इसके लिए विभाग ने कई बार फिजिकल ट्रेनर अप्वाइंट करने के लिए सूचनाएं भी जारी की लेकिन ट्रेनर्स ने इसमें रूचि ही नहीं दिखाई है। इसकी मुख्य वजह बहुत कम बजट का होना है। विभाग की ओर से मात्र 3 हजार रूपये फिजिकल ट्रेनर को दिए जाने हैं। जिसकी वजह से अधिकतर ट्रेनर्स इस योजना में दिलचस्पी ही नहीं दिखा रहे हैं।

इस योजना के तहत हमने कई बार विज्ञापन आदि के माध्यम से ट्रेनर्स को इनवाइट किया है, लेकिन पर्याप्त आवेदन न होने की वजह से योजना को लागू नहीं किया जा सका है।

हरेंद्र कुमार, जिला समन्वयक शिक्षा, बीएसए विभाग मेरठ

Posted By: Inextlive