>Ranchi : रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन और तारा शाहदेव का निकाह पढ़ानेवाले शहरकाजी सामने आ गए हैं। उनका नाम कारी जान मोहम्मद है। वह 8 जुलाई को ब्लेयर अपार्टमेंट में इस निकाह में काजी थे। उन्होंने बताया कि निकाह के समय लड़के ने अपना नाम रकीबुल हसन और लड़की का नाम सारा परवीन बताया था। इसके बाद जब उन्होंने निकाह की कार्यवाही शुरू की और लड़की से पूछा कि क्या यह निकाह आपको मंजूर है, तो उसने कॉन्फिडेंट होकर तीन बार कबूल-कबूल-कबूल बोला।

हाजी हस्साम ने कहा था एक निकाह पढ़वाना है

यह पूछे जाने पर कि रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन और तारा शाहदेव उर्फ सारा परवीन का निकाह पढ़वाने के लिए आपसे किसने संपर्क किया था, तो इसके जवाब में शहरकाजी कारी जान मोहम्मद ने बताया कि हिंदपीढ़ी एरिया में उनके जाननेवाले हाजी हस्साम ने उनसे कहा था कि एक निकाह पढ़वाना है। शहरकाजी कारी जान मोहम्मद ने बताया- चूंकि मैं काजी हूं और निकाह कराना मेरा काम है, इसलिए मैं तैयार हो गया। मैंने 8 जुलाई की शाम म्.क्भ् बजे निकाह पढ़वाया। निकाह के समय कुछ लोग मौजूद थे, लेकिन मैं उनको पहचानता नहीं था। निकाह पढ़ाने से पहले जब मैंने लड़के के पिता और लड़की के पिता का नाम पूछा, तो मुझे जो नाम बताए गए वो हिन्दू नाम थे। इसपर मुझे कुछ शक हुआ। लेकिन, उन लोगों ने बताया कि ये लोग इस्लाम धर्म कबूल कर चुके हैं। इसपर मैंने इसका एफिडेविट मांगा, लेकिन मुझे दिया नहीं गया। मुझसे कहा गया कि बाद में आपको दे दिया जाएगा। इफ्तार का वक्त हो चला था और मुझे नमाज भी पढ़ानी थी, इसलिए मैं जल्दबाजी में था। मैंने उनका निकाह तो पढ़ाया, लेकिन इस निकाह की रजिस्टर में एंट्री नहीं की। निकाहनामा भी मैंने नहीं दिया।

Posted By: Inextlive