भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट 25 बेसिस प्वाइंट कम कर दिया है। इससे लोन सस्ता हो जाएगा और लोन की किश्तें चुकाने वालों को ईएमआई में राहत मिलेगी। बृहस्पतिवार को क्रेडिट पाॅलिसी जारी करते हुए आरबीआई ने अनुमान जताया है कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में खाद्य और तेल पदार्थों की कीमतें कम होने से महंगाई और कम होगी।


मुंबई (पीटीआई)। सामान्य मानसून के उम्मीद पर आरबीआई ने अनुमानित महंगाई दर में कटौती कर दी है। नया अनुमान 2.9 से 3 प्रतिशत है। साथ ही केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट घटा दिया है। नई दर अब 6 प्रतिशत होगी। इससे आने वाले समय में लोन सस्ते होंगे और होम लोन चुकाने वालों को ईएमआई चुकाने में राहत मिलेगी। आरबीआई ने दो महीने में एक बार होने वाली अपनी क्रेडिट पाॅलिसी की घोषणा में कहा कि 2019-20 में कई चीजें से महंगाई तय होगी। जनवरी-फरवरी में खाद्य कीमतों में कमी और फरवरी में सस्ते ईंधन से चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में महंगाई दर कम ही रहेगी।सामान्य मानसून से महंगाई काबू में
आरबीआई ने कहा कि इन दो चीजों को ध्यान में रखते हुए और 2019 में सामान्य मानसून की उम्मीद से कंज्यूमर प्राइज इंडेक्स में कमी कर रहे हैं। वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में अनुमानित महंगाई दर घटा कर 2.4 प्रतिशत और 2019-20 की पहली छमाही में 2.9 से 3 प्रतिशत कर दिया है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में महंगाई दर 3.5 से 3.8 प्रतिशत के बीच रहने की संभावना है। आरबीआई ने पिछली मौद्रिक नीति की घोषणा फरवरी में की थी। तब उसने वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही के दौरान खुदरा महंगाई दर के 3.2 से 3.4 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान जताया था।

Posted By: Satyendra Kumar Singh