PATNA: किसी ने आधा काम किया तो किसी का काम जारी है. पटना के वार्ड पार्षद का कुछ ऐसा ही हाल है. अपने-अपने वार्ड में खर्च के लिए मिले 25 लाख में से किसी ने आधा खर्च किया तो किसी का टेंडर ही नहीं पास हुआ है.

नगर निगम इलेक्शन की विधिवत रणभेरी बजने में अभी टाइम है, पर क्षेत्र'वार' शुरू हो गया है। वर्तमान वार्ड पार्षदों का कॅरियर दांव पर लगने जा रहा है। पांच सालों में पार्षदों ने जो कुछ किया, उससे जनता कितनी खुश है, वोटिंग के बाद ही पता चलेगा। इलेक्शन से पहले हमने कुछ वार्ड पार्षदों से जानने की कोशिश की कि उनके वार्ड में विकास के नाम पर कितना खर्च हुआ है।
अपने काम से ही नाखुश
पटना के वार्ड पार्षद ही अपने इलाके के काम से नाखुश हैं। उन्हें तकलीफ इस बात की है कि पांच साल बीत जाने के बाद भी लोगों की जरूरत की चीजें पूरी नहीं हो पाई। 72 वार्ड में लगभग 85 परसेंट वार्ड की लगभग एक-सी हालत है। आइए आप भी जानिए दस वार्ड पार्षदों का लेखाजोखा, उन्हीं की जुबानी

Ward councillors speak
साढ़े तीन लाख का काम हुआ। साढ़े छह लाख का भी काम हुआ, पर इसका अब तक पेमेंट नहीं हो पाया है। 15 लाख में 8 लाख का ही काम हो पाया है।
राजकपूर यादव, वार्ड नंबर 53 

साढ़े तीन लाख, साढ़े छह लाख और 15 लाख का काम पूरा हो गया है। हमारा पेमेंट भी क्लीयर हो गया है. 
जवाहर प्रसाद, वार्ड नंबर 46

साढ़े तीन लाख और साढ़े छह लाख का काम तो हो गया, पर 15 लाख का काम अभी तक शुरू भी नहीं हो पाया है।
मुमताज जहां, वार्ड नंबर 59

साढ़े तीन लाख का काम पूरा हो गया। साढ़े 6 लाख में 50-60 हजार का काम बाकी है। 15 लाख में तो साढ़े सात लाख का टेंडर ही हुआ है।
सुनीता देवी, वार्ड नंबर 8

साढ़े तीन लाख का काम नहीं हो पाया, पर साढ़े छह का काम हो गया है। 15 लाख का काम अभी चल ही रहा है।
सुनीता प्रीतम, वार्ड नंबर 16

साढ़े तीन लाख का काम पूरा हो गया और साढ़े छह लाख का काम चल रहा है। 15 लाख का काम भी पूरा हो गया। पूरा पेमेंट नहीं मिल पाया है।
आभा लता, वार्ड नंबर 4

साढ़े तीन लाख का काम हो गया, पर साढ़े छह लाख और 15 लाख का काम नहीं हो पाया है। इस कारण चापाकल व स्ट्रीट लाइट की प्रॉब्लम बरकरार है।
अर्जुन कुमार यादव, वार्ड नंबर 41

साढ़े तीन लाख और साढ़े छह लाख का काम पूरा हो गया है। इसका पेमेंट अभी बाकी है। 15 लाख में साढ़े सात लाख का काम नहीं हो पाया।
कुमार संजीव, वार्ड नंबर 34

काम पूरा नहीं हुआ है। 7 लाख 42 हजार के काम को लेकर अब तक चार टेंडर किया गया है, पर टेंडर कोई लेता ही नहीं। इसी कारण काम अटका हुआ है। दूसरे वार्ड से हमें पानी लेना पड़ता है।
धीरेंद्र कुमार वर्मा, वार्ड नंबर 63

15 लाख का काम हो गया है, लेकिन पेमेंट अब तक नहीं मिल पाया है। हमारे वार्ड में कम्यूनिटी हॉल, पानी की प्रॉब्लम और स्ट्रीट लाइट की समस्या अब भी बरकरार है।
प्रमिला सिंह, वार्ड नंबर 7

Posted By: Inextlive