-जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर लोगों को रोका गया

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PRAYAGRAJ: बात सीटी से बन जाए तो डंडा उठाने की क्या जरूरत होती है। जीहां, कुंभ मेला के दूसरे शाही स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर जब आस्था का समुद्र हिलोर मार रहा था तो श्रद्धालुओं के उस समूह का संभालने के लिए सीटी कारगर उपाय साबित हुई। पुलिस फोर्स के जवान हो या केन्द्रीय रिजर्व पुलिस या फिर सीमा सुरक्षा बल के जवानों का समूह हो। सभी के हाथों में सीटी दी गई थी जिससे कि अमावस्या स्नान के लिए उमड़ रही भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। इसका व्यापक असर पूरे मेला एरिया में ना केवल अमावस्या स्नान पर्व के दौरान दिखाई दिया बल्कि शहरी एरिया में भी दिखा जहां जगह-जगह पर बैरीकेडिंग लगाकर श्रद्धालुओं को नियंत्रित किया जा रहा था।

सीटी के साथ दिखाई शालीनता

स्नान पर्व के लिए काली मार्ग और नागवासुकि मंदिर के पास बनाए गए इंट्री प्वाइंट पर सुबह से लेकर दोपहर तीन बजे लगातार श्रद्धालुओं का समूह संगम स्नान के लिए पहुंचता रहा। सिर पर गठरी श्रद्धालुओं की भीड़ जहां-जहां तेजी से भागती हुई दिखाई दी वहां-वहां पहले तो सीटी बजाकर फोर्स ने उन्हें नियंत्रित किया। काली मार्ग पर तो लगातार भीड़ का दबाव बढ़ता जा रहा था तो जवानों ने सीटी बजाने के साथ ही श्रद्धालुओं का कुशल क्षेम पूछ पूछकर उन्हें संगम जाने का रास्ता भी दिखा रहे थे। श्रद्धालु इस तरह के स्वागत से अभिभूत होकर जवानों को खुश रहा भइया कहते दिखे तो जवानों ने भी थैंक्यू बोलकर श्रद्धालुओं का अभिवादन किया।

Posted By: Inextlive