- वनवे होने के बावजूद लोग चलते हैं रॉन्ग साइड पर, ट्रैफिक पुलिस रोकने में नाकाम

-नए गोविंदपुरी पुल पर आए दिन राहगीर हो रहे हादसों का शिकार

- रॉन्ग साइड से आने वाले वाहन अक्सर डिवाइडर पर चढ़ कर पलटते हैं

- थर्सडे को हुए हादसे में राहगीरों की जान जाते बची

kanpur :

किसी के भी जीवन में डिसीजन लेना बहुत इम्पार्टेट होता है. फिर चाहे वो जिंदगी के फैसलों की बात हो या फिर रोड पर चलते वक्त रास्तों को चुनने के लिए किया गया डिसीजन हो. क्योंकि एक सही डिसीजन जिंदगी बना देता है तो एक गलत डिसीजन जिंदगी बिगाड़ देता है या तबाह कर देता है. कानपुर में रोड पर चलने वाले कुछ लोग रॉन्ग डिसीजन लेकर अपनी जिंदगी को खत्म करने पर आमादा हैं. दरअसल सिटी के कुछ वनवे पर वाहन चालक रॉन्ग साइड से एंट्री करके अपनी जिंदगी तो खतरे में डाल ही रहे हैं, साथ ही सही दिशा से आ रहे लोगों की जान मुश्किल में डाल रहे हैं. थर्सडे शाम को गोविंदपुरी पुल पर एक रॉन्ग साइड से आई बस राहगीरों के लिए काल बनते-बनते बची. नशे में धुत रोडवेज बस के ड्राइवर ने रॉन्ग साइड से इंट्री की और सीधे एक कार को टक्कर मारते हुए पुल की रेलिंग पर चढ़ गई. हालांकि इस बार वाहन सवार लकी साबित हुए, लेकिन हर बार किस्मत साथ नहीं देती.

पुल पर आए दिन होते हैं हादसे

गोविंदनगर से फजलगंज की ओर जाने के लिए अब दो पुल हैं, जिसमें से पुराने पुल को फजलगंज से गोविंदनगर की ओर आने के लिए और नए पुल को साउथ से फजलगंज की ओर जाने के लिए खोला गया था. लेकिन, अक्सर वाहन सवार जल्दबाजी में पुराने पुल का इस्तेमाल न कर नए पुल पर ही रॉन्ग साइड से इंट्री कर लेते हैं, जिससे पुल पर आए दिन हादसे हुआ करते हैं.

रॉन्ग डिसीजन से हुए हादसे

- 2018 जून में कार की टक्कर से नए पुल पर बाइक सवार युवक की मौत.

- 2018 नवंबर में बर्रा निवासी युवक की तेज रफ्तार कार डिवाइडर पर चढ़ कर पलटी. घटना में 4 घायल बाल बाल बचे.

- 2019 फरवरी में मांगलिक कार्यक्रम से लौट रही बोलेरो डिवाइडर से टकरा कर पलटी. 8 लोग घायल.

- 2019 मार्च में रांग साइड से आई स्विफ्ट डिजायर कार भी इसी डिवाइडर पर चढ़ कर रोड पर पलट गई. घटना के बाद शराब के नशे में धुत ड्राइवर वाहन छोड़ कर भाग गया.

इन कारणों से होते हैं हादसे

- गोविंदपुरी नए पुल पर अक्सर वाहन सवार रॉन्ग साइड से सफर करते दिखते हैं.

- इन्हें रोकने के लिए चौराहे से ट्रैफिक पुलिस भी रहती है लापता.

- नए पुल से गोविंदनगर की ओर नीचे उतरते ही डिवाइडर का निर्माण है. अक्सर रॉन्ग साइड से आने वाले वाहन इसी डिवाइडर पर चढ़ कर पलट जाते हैं.

-वहीं, पुल के खत्म होते ही डिवाइडर पर किसी तरह का कोई रिफ्लेक्टर या स्ट्रीट लाइट न होना भी हादसों की वजह बनता है.

'गोविंदपुरी पुल पर वनवे लागू है. नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वाहन सवार रॉन्ग साइड से पुल पर इंट्री न करें इसके लिए हमने कई प्रयास किए हैं.'

- सुशील कुमार, एसपी ट्रैफिक

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Posted By: Manoj Khare