Gorakhpur : आजकल गोरखपुर जंक्शन के चोरों ने अपना ट्रांसफर कैंट स्टेशन करा लिया है. आप भी सोच रहे होंगे कि कहीं चोरों का भी ट्रांसफर होता है. यार्ड रिमॉडलिंग के चलते ज्यादातर ट्रेनों का ऑपरेशन कैंट स्टेशन से हो रहा है. ऐसे में इस भीड़-भाड़ वाले कैंट स्टेशन पर जंक्शन के चोरों ने अपने शिकार बनाना शुरू कर दिया है. लेकिन हैरत है कि कैंट स्टेशन पर यात्रियों के लगेज चोरी के मामले रजिस्टर्ड करने के लिए जीआरपी का पोस्ट नहीं है जिसके चलते यात्रियों को काफी दिक्कत हो रही है.


केस वन वैशाली एक्सप्रेस में सफर कर रहे राम रतन का लगेज किसी ने उड़ा लिया। वे रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कैंट स्टेशन पर जीआरपी पोस्ट सर्च करते रहे, लेकिन बताया गया कि उन्हें गोरखपुर जंक्शन स्थित जीआरपी थाना जाना होगा। वे अपनी कंप्लेंट दर्ज नहीं करा सके। केस टू चौरी चौरा एक्सप्रेस से उतरे एक यात्री का किसी पॉकेटमार ने पर्स मार लिया। उन्होंने पहले आरपीएफ थाने में इंफार्म किया। पीडि़त कैंट स्टेशन पर जीआरपी पोस्ट सर्च करता रहा, लेकिन पोस्ट नहीं होने के चलते उसे मजबूरन गोरखपुर जीआरपी थाने आना पड़ा।केस थ्री पैसेंजर ट्रेन में लगेज चोर ने एक फैमिली का बैग और अटैची उड़ा दिया। इसकी शिकायत जीआरपी से करने की कोशिश की गई, लेकिन जीआरपी पोस्ट न होने से वह अपनी रिपोर्ट दर्ज नहीं करा सके।जब नहीं होगी जीआरपी तो
गोरखपुर जंक्शन का रिमॉडलिंग के चलते ज्यादातर गाडिय़ों का अराइवल और डिपार्चर कैंट स्टेशन से हो रहा है। यात्रियों का मूवमेंट भी काफी बढ़ गया है, लेकिन जीआरपी की तरफ से यात्रियों की सिक्योरिटी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। हैरत की बात यह है कि कैंट स्टेशन पर आरपीएफ पोस्ट तो है, लेकिन जीआरपी पोस्ट नहीं है। जिसके चलते कंप्लेंट दर्ज कराने में यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।दूरी के चलते नहीं दर्ज होती रिपोर्ट जीआरपी की मानें तो कैंट स्टेशन पर होने वाली घटनाओं की रिपोर्ट गोरखपुर जीआरपी थाने में दर्ज की जाती है। कैंट स्टेशन हो या फिर डोमिनगढ़ स्टेशन, यहां पर होने वाले किसी भी मामले में केस गोरखपुर जंक्शन पर ही रजिस्टर्ड किए जाते हैं। लेकिन डोमिनगढ़ और कैंट स्टेशन से गोरखपुर जंक्शन दूर होने के  चलते पीडि़त यात्री अपनी कंप्लेंट दर्ज नहीं करा पाते हैं।कैंट स्टेशन पर होने वाली घटनाओं की रिपोर्ट गोरखपुर जंक्शन जीआरपी थाने पर दर्ज की जाती है। रहा सवाल किसी प्रकार की घटनाओं का तो उसके लिए जीआरपी सिपाहियों की ड्यूटी लगाई जाती है। हेमंत त्यागी, प्रभारी, जीआरपी थाना गोरखपुर

Posted By: Inextlive