छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: बिष्टुपुर पुलिस ने चोरी की चार घटनाओं का खुलासा करते हुए पांच चोरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इन चोरों के पास से 34 तोला गला हुआ सोना, पांच मोबाइल और एक पावर बैंक बरामद किया गया है. ये सोना चोरों ने एक स्वर्णकार को बेच दिया था. सिटी एसपी प्रभात कुमार ने मंगलवार को बिष्टुपुर थाने में प्रेस वार्ता में गिरफ्तारी की जानकारी पत्रकारों को दी.

सिटी एसपी ने बताया कि बिष्टुपुर इलाके में फरवरी में चोरी की दो घटनाएं हुई थीं. 16 जून को भी दो स्थानों पर चोरी हुई. चोरी की घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस अधिकारियों की टीम बनाई गई थी. टीम ने मुखबिर की सूचना पर रानीकुदर के अजहर इमाम उर्फ पॉकेटमार उर्फ पीएम को पकड़ा. पूछताछ में सुराग मिलने के बाद शास्त्रीनगर के समीर उर्फ इडली और औरंगजेब उर्फ जबरन को उठाया. जबरन शास्त्रीनगर में एजाजुल हक के मकान में किराए पर रहता है. तीनों ने बताया कि चोरी के बाद सोने के जेवरात धतकीडीह के शहनवाज उर्फ सन्नी और आदित्यपुर के स्काई रेजीडेंसी निवासी राजेश ठक्कर को देते हैं. पुलिस ने सन्नी और राजेश को गिरफ्तार कर लिया. इन दोनों ने बताया कि राजेश ठक्कर सोने के जेवर को बिष्टुपुर के स्वर्णकार अनिल शिंदे के हाथ बेच देते थे. पुलिस ने अनिल शिंदे को उठाया तो उसने बताया कि राजेश ठक्कर अब तक दो बार चोरी के सोने के जेवरात बेच चुका है. हालांकि, अनिल को छोड़ दिया गया है. पूछताछ में चोरों ने अपने अन्य सहयोगियों का भी नाम बताया है. पुलिस इन सहयोगियों की तलाश कर रही है. चोरों को पकड़ने वाली पुलिस टीम में डीएसपी यातायात शिवेंद्र, थाना प्रभारी बिष्टुपुर राजेश प्रकाश सिन्हा, सहायक अवर निरीक्षक शम्मी खान, मुनीर खान आदि थे.

रिश्तेदार के घर की थी चोरी

रानीकुदर के अजहर इमाम उर्फ पीएम ने 11 जून को अपनी रिश्तेदार सदफ परवीन के घर चोरी कर ली थी. यही चोरी करना उसके लिए महंगा साबित हुआ. सूत्रों की मानें तो इन लोगों ने पता लगा कर पुलिस को अजहर के बारे में जानकारी दी थी. इसके बाद पुलिस चोरों तक पहुंच सकी. इन चोरों ने 30 मई को रामदास भट्ठा के स्मित कुमार सिंह के मकान में भी चोरी की थी. इन दोनों घटनाओं की रिपोर्ट पुलिस ने 16 जून को दर्ज की थी. दो चोरियां फरवरी में हुई थीं.

सरगना से पूछताछ

बिष्टुपुर में चोरी के मामले में कई अन्य लोग भी पकड़े गए हैं. इनमें धतकीडीह का रहने वाला चोरों का सरगना भी है. बिष्टुपुर थाने में मौजूद लोगों ने बताया कि सरगना को पुलिस ने जेल नहीं भेजा है. जबकि, बाकी अन्य लोग जेल भेज दिए गए हैं. एक स्वर्णकार को भी पुलिस थाने में बैठा कर रखा गया है. स्वर्णकार के परिचित दो युवक दोपहर को थाने में घुस गए और एक कागजात पर स्वर्णकार से दस्तखत करा रहे थे. तभी पुलिस कर्मियों ने युवक को वहां से भगाया.

Posted By: Kishor Kumar