शातिरों के लिए सॉफ्ट टारगेट बने एटीएम
- जगदीशपुरा में एसबीआई के एटीएम को बनाया निशाना, रात में बदमाशों ने किया तोड़ने का प्रयास
आगरा. अभी तक बदमाश देहात के सूनसान वाले इलाके में एटीएम को निशाना बना रहे थे लेकिन पुलिस की लचर कार्रवाई से उनके हौंसले इतने बुलंद हो गए कि वह अब शहर में भी अपने हाथ दिखाने लगे हैं. अब बदमाशों ने जगदीशपुरा में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में तोड़फोड़ की लेकिन सफल नहीं हो सके. सुबह सिक्योरिटी गार्ड पहुंचा तो वारदात का पता चल सका. सुबह रहते हैं दो सिक्योरिटी गार्ड जगदीशपुरा सेक्टर-12 स्थित ओम कॉम्प्लेक्स के फर्स्ट फ्लोर पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का एटीएम लगा हुआ है. रात में एटीएम बंद हो जाता है. दिन में दो गार्ड की शिफ्ट के हिसाब से ड्यूटी लगती है. इनमें गार्ड दीवान सिंह की ड्यूटी सुबह और योगेश की ड्यूटी दोपहर की शिफ्ट में रहती थी.दिन में लोगों ने ताले टूटे देखे
गुरुवार रात गार्ड ताला डालकर घर गया था. शुक्रवार सुबह जब गार्ड दीवान आया तो ताले टूटे मिले. केबिन का शीशा भी टूटा हुआ था. मॉनिटर और मशीन भी टूटी हुई थी. बदमाशों ने कैश निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके. बदमाशों ने अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों को भी तोड़ दिया.दो दिन पहले एटीएम में डाला था कैश
पुलिस ने मौके पर आकर छानबीन की. बैंक अधिकारी भी पहुंच गए. पुलिस के मुताबिक एटीएम के कैमरे 26 फरवरी से खराब हैं. मौके पर कुछ लोगों का कहना था कि बैंक ने दो दिन पहले ही एटीएम में कैश डाला था. लेकिन पुलिस का कहना है कि इस सम्बंध में बैंक अधिकारियों ने उन्हें कुछ नहीं बताया. जो कैश एटीएम में था वह निकलवा लिया गया और बैंक अधिकारी ले गए. सीसीटीवी में कैद हुए संदिग्ध पुलिस ने इस मामले में आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले हैं. पुलिस को कुछ कैमरों में संदिग्ध आते हुए नजर आए हैं. पुलिस फुटेज के आधार पर बदमाशों की तलाश कर रही है. अब गार्ड वाले एटीएम भी निशाने पर बदमाश पहले बिना गार्ड के एटीएम को ही निशाना बनाते थे. चूंकि उन एटीएम पर किसी की निगाह नहीं रहती थी, लेकिन अब गार्ड वाले एटीएम भी उनके निशाने पर है. अब बदमाश एटीएम के शटर का ताला तोड़ने से गुरेज नहीं करते. पिछली वारदातों का नहीं हो सका खुलासा2 मार्च 2019 को नेशनल हाईवे आगरा-जयपुर रोड पर इंडिकैश बैंक के एटीएम में तोड़फोड़ की थी. साथ ही 24 फरवरी 2017 को फतेहपुर सीकरी हाईवे स्थित बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम को उठाया था, बाद में एटीएम खेत में मिला. बदमाशों ने एटीएम का कैश पार कर दिया लेकिन पुलिस अभी तक इन वारदातों का खुलासा नहीं कर सकी है.
कैमरे खराब तो कुछ भी हो सकता है जिन एटीएम में सीसीटीवी कैमरे खराब हैं, वह बदमाशों के सॉफ्ट टारगेट हैं. इसमें खास बात ये है कि इन एटीएम में स्कीमर लगाना आसान है चूंकि कोई देखने वाला कोई नहीं है. साथ ही सीसीटीवी भी खराब पड़ा है. इसके अलावा साइबर अपराधी मदद के नाम पर लोगों का एटीएम आसानी से चेंज कर देते हैं और सीसीटीवी फुटेज न मिल पाने के एवज में बच निकलते हैं.