Meerut : हेडिंग पढक़र चौंक गए ना? सोच रहे होंगे आखिर ये क्या बला है! तमाम महंगे गैजेट्स तो लेमिनेट होते हैं. यार अब भला एप्पल कैसे लेमिनेट होने लगा. हुजूर खुद को संभालिए अब जो हम आपको बताने जा रहे हैं उसे पढऩे के बाद आप ही नहीं हर कोई चौंक जाएगा. जरा आप इस कहानी को आगे तो पढिए...


Wax coated Appleऐन एप्पल अ डे कीप्स डॉक्टर अवे। इस जुमले को बचपन से सुनते आ रहे होंगे। इस पर अमल भी करते होंगे। अगर ऐसा है तो जुमला बदल डालिए। अब इस पर अमल कीजिए एप्पल डोंट कीप अ डॉक्टर अवे। मतलब अगर आप रोज एक सेब खा रहे हैं तो आपकी सेहत खराब हो सकती है। वजह? मार्केट में मिलने वाले जिस एप्पल को खाकर हेल्दी फील करते हैं वह आपको बीमार कर सकता है। एप्पल पर मोम का लेमिनेशन हो रहा है। सेब के साथ यह आपके के पेट में पहुंचती है। इसका खुलासा आई नेक्स्ट के खास पड़ताल में हुआ। हमारा मकसद आपको डराना नहीं है। बल्कि आगाह करना है।मुश्किल से मिली कामयाबी
एप्पल पर वैक्स की कोटिंग कैसे होती है यह जानने के लिए आई नेक्स्ट टीम को एक ऐसे शख्स की तलाश की जो सबकुछ लाइव दिखा सके। टीम देर तक सिटी की फ्रूट मार्केट्स में भटकती रही। कई फ्रूट सेलर्स ने तो सेब पर वैक्स लगाने की बात से ही इनकार कर दिया। बड़ी मुश्किल से एक फ्रूट सेलर तैयार हुआ, लेकिन पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर। इसे हमने काल्पनिक नाम दिया राजेन्द्र।ये माहिर खिलाड़ी हैं


सेब पर वैक्स की कोटिंग का लाइव सीन दिखाने के लिए राजेन्द्र हमें अपने घर ले गया। यहां राजेन्द्र ने सेब की पेटी, मोम, कैंडल रखी और खुद जमीन पर बैठ गया। राजेन्द्र ने पहले कैंडल को जलाया। मोम से भरी प्लेट को आग पर थोड़ी देर तक गर्म किया। मोम पिघलने लगा तो उसने सेब को उसमें डुबोया। राजेन्द्र ने बारी-बारी से कई सेब पर मोम लगाया। फिर बारी-बारी से उन्हें कपड़े से साफ किया। चमकदार सेब तैयार हो गया।हो सकती है गंभीर बीमारी-वैक्स कोलतार का बाई प्रॉडक्ट होता है।-वैक्स डाइजेस्ट नहीं होता है।- इसके पेट में जाने से गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।- लगातार वैक्स पेट में जाने से गैस्ट्रिक प्रॉब्लम हो सकती है।- यह आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है।- इंटस्टाइन डैमेज हो सकता है।- ब्लड सर्कुलेशन को भी वैक्स डिस्टर्ब कर सकता है।- ब्लड सर्कुलेशन डिस्टर्ब होने से हार्ट अटैक जैसी प्रॉब्लम हो सकती है।(जैसा कि गेस्ट्रोएंटोलॉजिस्ट डॉ। प्रशांत सोलंकी ने बताया.)तो इस तरह बचाते हैं सेब- सेब पर वैक्स की कोटिंग सेब की भीषण गर्मी में झुलसने से बचाती है।- इन दिनों टेम्प्रेचर 40 के पार रहता है और सेब को बाहर निकालकर बेचना मजबूरी है।

- वैक्स कोटिंग वाले एप्पल पर बार-बार पानी का छिडक़ाव किया जाता है।- पानी की वजह से सेब की चमक बनी रहती है।- मोम की पर्त पानी से होने वाले नुकसान को बचाती है।बचने के ये हैं उपाय-चमकता एप्पल खरीद लिया है तो उसे गर्म पानी डुबायें।- कपड़े से अच्छी तरह से साफ करें इससे वैक्स कोटिंग काफी हद तक साफ हो जाएगी।- अटै्रक्टिव रेड दिखने वाले एप्पल को अवायड करें।- इम्पोर्टेड के नाम पर बिकने वाले एप्पल के बजाय देसी एप्पल को प्रिफर करें।ये लेमिनेशन का है धोखा- सेब पर मोम का लेमिनेशन करने की सबसे बड़ी वजह उसे अट्रैक्टिव दिखाना है।- मोम पर कपड़ा रगडऩे से चमक बढ़ती जाती है।- चमक को देखकर पब्लिक इसे फ्रेश समझती है और मुंहमागी कीमत अदा करती है।- मार्केट में देसी सेब 100 से 120 रुपये में बिक रहे हैं।- इम्पोर्टेडेट के नाम पर बिकने वाले सेब की कीमत 160 से 180 रुपये वसूली जा रही है।- फ्रूट बिजनेसमैन पब्लिक से रुपये ऐंठने के लिए हिमाचल, जम्मू-कश्मीर से आने वाले सेब पर इम्पोर्टेड का स्टीकर लगाकर बेचते हैं।
- डिब्बे और जाली वगैरह से इतने अच्छे ढंग से सजाते हैं कि लोग इसे खरीदने से खुद को रोक नहीं पाते हैं।'डिपार्टमेंट अभी स्ट्रीट फूड और गुटखे को लेकर अभियान चला रहा था। अब जल्द ही हम वेजीटेबल और फ्रूट्स को लेकर चेकिंग अभियान शुरू करेंगे.  पब्लिक को भी इसके लिए अवेयर होना पड़ेगा.'-अक्षय गोयल, फूड सेफ्टी ऑफिसर'बाजार में कई बिजनेसमैन सेब पर वैक्स कोटिंग करते हैं। इसकी वजह से सेब अटै्रक्टिव दिखता है। उसकी अच्छी कीमत मिलती है। साथ ही गर्मी से भी सेब सेफ रहता है। इस गर्मी में बिना कोटिंग के एप्पल को कई दिनों तक सेफ नहीं रखा जा सकता है.'-दिनेश वर्मा, रियल फ्रूट्स'हमें तो पता ही नहीं है सेब पर मोम की कोटिंग होती है। हम तो शॉप पर अच्छा सेब देखकर खरीदते हैं। जिसके बदले में काफी कीमत भी चुकाते हैं। अगर ऐसा है तो गलत है इस पर तो रोक लगनी चाहिए.'-दीप्ति सिंह, हाउस वाइफ'कोई खुद को कहां-कहां बचाए हर तरफ ही गड़बड़ी है। अब सेब पर मोम की कोटिंग हो रही है। यह तो हद हो गयी है.फल विक्रेता पब्लिक को कैसे-कैसे बेवकूफ बना रहे हैं.'-डॉ। उत्तम सिंह, प्रोफेशनल

Posted By: Inextlive