DEHRADUN : आगामी 15 दिसंबर को बीजेपी के पीएम-इन-वेटिंग व गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी की परेड ग्राउंड में सुरक्षा को लेकर चौकसी बढ़ दी गई हैं. हालांकि परेड ग्राउंड में करीब 15 दिन पहले से ही पुलिस ने अपना कैंप शुरू कर दिया है. एक एसआई ग्राउंड में चौबीसों घंटे मुस्तैद रहेगा. साथ ही पुलिस कर्मियों व एलआईयू के साथ सुरक्षा व्यवस्था में जुटे हुए हैं. बताया जा रहा है कि दो दिनों के भीतर चार सीसीटीवी कैमरे पूरे ग्राउंड की 15 दिसंबर तक निगहबानी के लिए लगा दिए जाएंगे. इधर जिला प्रशासन नरेंद्र मोदी के हेलीकॉप्टर को सुरक्षा के लिहाज से परेड ग्राउंड पर ही उतारना चाहता है. दूसरी तरफ बीजेपी नेताओं की चहलकदमी लगातार परेड ग्राउंड की तरफ है. सैटरडे को भी रैली के संयोजक हरबंस कपूर सहित प्रदेश बीजेपी के सीनियर नेता उमेश अग्रवाल व कई बीजेपी नेताओं ने ग्राउंड में तैयारियों को लेकर जायजा लिया.


10 दिसंबर तक पूरा ग्राउंड खाली हो जाएगाबीजेपी की तरफ से पीएम के कैंडिडेट नरेंद्र मोदी की 15 दिसंबर को राजधानी के परेड ग्राउंड में रैली आयोजित होनी है। इसके लिए जहां पार्टी अभी से अपनी तैयारियां पर जुटी हुई है। वहीं मोदी की सुरक्षा को लेकर शासन-प्रशासन के माथे पर भी चिंता की लकीरें तेज हो गई हैं। रैली स्थल परेड ग्राउंड पर पिछले 15 दिनों से ही पुलिस ने कैंप शुरू कर दिया है। दिन-रात चौकसी बरती जा रही है। बताया जा रहा है कि 10 दिसंबर तक पूरा ग्राउंड खाली हो जाएगा। शासन-प्रशासन और पुलिस को अंदेशा है कि जहां तक सुरक्षा कर्मियों की नजर नहीं पहुंच सकेगी, वहां सीसीटीवी की मदद ली जाएगी। सुरक्षा को देखते हुए एडीएम हरक सिंह रावत का कहना है कि नरेंद्र मोदी का हेलीकॉप्टर सभा स्थल के पास में उतरे, जिसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।  


युवाओं को बुलाने पर जोर  
मोदी की रैली में भीड़ जुटाने के लिए बीजेपी ने सबसे ज्यादा युवाओं को टारगेट किया है। जिन्हें एसएमएस, इंटरनेट के जरिए रैली तक पहुंचने का आह्वान किया जा रहा है। युवाओं तक पहुंचने के लिए युवाओं का ही सहारा लिया जा रहा है, जिसमें भाजयुमो व एबीवीपी के मेंबर्स को लगाया गया है।


गुजरात पुलिस भी संभालेगी मोदी की सुरक्षा
नरेंद्र मोदी की सिक्योरिटी के लिए गुजरात की स्पेशल पुलिस फोर्स भी देहरादून पहुंचेगी। दरअसल, मोदी कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं और केंद्र की ओर से उत्तराखंड को भेजी गई एडवाइजरी में मोदी की रैली को लेकर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में पुलिस किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतना चाहती। इसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखी गई है। हालांकि मोदी की सुरक्षा की मुख्य जिम्मेदारी एनएसजी के साथ ही गुजरात पुलिस पर रहेगी। वैसे भी पटना बम धमाकों की घटना के बाद यह तो तय हो ही गया है कि मोदी कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं, जबकि केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की तरफ से मोदी की रैली में फिदायीन हमलों की आशंका जताई जा रही है।

Posted By: Inextlive