मुस्लिम के अलावा हिंदू बंदियों ने भी रखा है रोजा

जेल प्रशासन ने रोजेदारों के लिए खास इंतजाम

BAREILLY: बरेली की डिस्ट्रिक्ट जेल में 13 हिंदू कैदियों ने पाक-ए-रमजान में रोजा रखकर सामाजिक समरसता की मिसाल कायम की है। उनकी निगाह में सभी धर्म बराबर हैं। वह अल्लाह से दुआ करेंगे कि उनके गुनाहों को वह माफ करे और आगे नेक राह पर चलने की ताकत दे। जेल में कु ल 368 कैंदी रोजा हैं, जिनके लिए जेल प्रशासन ने सहरी और इफ्तार का विशेष इंतजाम किया है।

11 हिंदू महिलाए हैं रोजा

बरेली डिस्ट्रिक्ट जेल में करीब तीन हजार बंदी हैं। जेल में सभी धर्मो के बंदी हैं। जेल में धर्म से जुड़े भी कई प्रोग्राम अक्सर होते रहते हैं। फ्राइडे से रमजान का पावन महीना शुरू होने पर जेल में बंदियों ने रोजे रखना शुरू किए हैं। जेल प्रशासन के मुताबिक जेल के 368 बंदियों ने रोजे रखे हैं। रोजे रखने वालों में 355 मुस्लिम धर्म के हैं। इनमें 13 हिंदू धर्म के हैं जिन्होंने रोजे रखे हैं। जेल में 26 महिला बंदियों ने भी रोजे रखे हैं। रोजा रखने में हिंदू महिलाओं की संख्या 11 है।

सहरी और इफ्तार का इंतजाम

जेल में रोजेदार बंदियों के लिए जेल प्रशासन ने सहरी और इफ्तार का विशेष इंतजाम किया है। शासन के निर्देशों के तहत बंदियों को सहरी के वक्त केला, खजूर, चीनी, बंद और नींबू शर्बत भी दिया जा रहा है। इसके अलावा इफ्तार के वक्त पूरा भोजन दिया जा रहा है। यह भोजन हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मो के बंदियों द्वारा बनाया जा रहा है।

जेल में रमजान में रोजा रखने वाले बंदियों के लिए अलग से इंतजाम किए गए हैं। मुस्लिम धर्म के अलावा हिंदू धर्म के लोगों ने भी रोजा रखा है।

आरके मिश्रा, जेल सुपरिंटेंडेंट, डिस्ट्रिक्ट जेल

Posted By: Inextlive