- अकबर टॉम्ब की पार्किग में चल रहा है खेल

- एक ही पर्ची को कई पर्यटकों को दिया जा रहा है

AGRA सिकंदरा स्थित अकबर टॉम्ब में पार्किग के नाम पर बड़ा खेल किया जा रहा है। ये खेल कोई और नहीं बल्कि सरकारी नुमाइंदे ही कर रहे हैं। इस खेल के जरिए कर्मचारी रोज हजारों रुपए कमाकर कर्मचारी अपनी जेब में रख रहे हैं। ऐसा नहीं है कि यह पैसा सिर्फ उन्हीं की जेब में जाता है, बल्कि इसमें हिस्सेदारी बड़े-बड़ों की भी है।

वापस ले लेते हैं स्लिप

फेमस मान्युमेंट अकबर टॉम्ब, सिकंदरा घूमने को पहुंचने वालों लोगों के व्हीकल्स खड़े करने के लिए नेशनल हाइवे से सटे हुए गेट से घुसते ही पार्किग की व्यवस्था है। इसी पार्किग का संचालन खुद एएसआई डिपार्टमेंट की ओर से किया जा रहा है। लेकिन, इस पार्किग संचालन में डिपार्टमेंट के आला अधिकारी खेल करवा रहे हैं। यहां व्हीकल्स खड़ा करते ही विजिटर को स्लिप पकड़ा दी जाती है। लेकिन, मान्युमेंट देखने के बाद वापस आते ही वेहिकल ऑनर से इस स्लिप को वापस ले लिया जाता है। व्हीकल्स खड़े करने वालों को इस बात से कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें तो अपने वाहन खड़े कर स्लिप लेने से ही मतलब रहता है।

एक ही स्लिप दोबारा थमा दी जाती है दूसरे को

वापस लेने के बाद कटी हुई इसी स्लिप को एक बार फिर चला दिया जाता है। दूसरे व्हीकल वाले को पकड़ाने से पहले बस स्लिप का एक तरफ का हिस्सा फाड़ दिया जाता है। व्हीकल ऑनर को देने से पहले इसी स्लिप के दूसरे कोने पर व्हीकल का नंबर लिख दिया जाता है। मान्युमेंट देखकर वापस लौटे व्हीकल ऑनर से से इस स्लिप को वापस ले लिया जाता है।

इन्हें डिटेल से मतलब नहीं

जिस स्लिप को एएसआई की ओर से विजिटर्स के व्हीकल खड़ा कराने के बदले, कायदे से इस पर पूरी डिटेल भरी जानी चाहिए। इस स्लिप में सबसे ऊपर व्हीकल नं। भरने के लिए स्पेस है। इसके बाद ड्राइवर का नाम लिखा जाना चाहिए। आने और वापस जाने के टाइम का भी एक कॉलम इस स्लिप के अंदर दिया गया है। इसके अलावा इस स्लिप के अंदर आने और जाने का टाइम भी लिखा जाना चाहिए। लेकिन, पार्किग में खड़े किए जाने वाले व्हीकल्स से अवैध रूप से पैसे कमाने के लिए और किसी भी तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

हर महीने तीन लाख का चूना

पार्किग में खड़े होने वाले व्हीकल्स की संख्या और उनसे लिए जाने वाले चार्ज पर एक नजर डाले तो परडे करीब बीस हजार और परमंथ करीब छह लाख रुपए का रेवेन्यु अकबर टॉम्ब की पार्किग से जेनरेट हो रहा है। एक स्लिप से डबल-डबल व्हीकल्स खड़ा कराने की सिचुएशन के चलते गवर्नमेंट के खजाने में सिर्फ भ्0 परसेंट रेवेन्यु ही जा रहा है। मतलब परमंथ तकरीबन तीन लाख रुपए का सरकारी खजाने को एएसआई अधिकारी और कर्मचारी मिल कर चूना लगा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि पार्किग के इस खेल में बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। यही वजह है कि पार्किग में चल रही इस मनमानी की तरफ से मान्युमेंट सीए रामरतन तक आंखे मूंदे हुए हैं।

-आने वाले वेहिकल्स टू व्हीलर करीब ब्भ्0

-कार-जीप करीब ख्भ्0

-मिनी बस करीब ख्0

-बस करीब क्भ्

पार्किग चार्ज

वेहिकल रुपए

टू व्हीलर क्0

कार-जीप भ्0

मिनी बस 80

बस क्00

Posted By: Inextlive