इस बार नहीं मिलेगा अकाउंट में पैसा
पोलिंग बूथ पर तैनात कर्मचारियों को हैंड टू हैंड दिया जाएगा भुगतान
ट्रेजरी ने पीठासीन अधिकारियों को जारी किया पार्टी का भुगतान Meerut. पोलिंग ड्यूटी का पैसा अकाउंट में भेजने का भारत निर्वाचन आयोग का फैसला मेरठ में लागू नहीं हो सका. इस बार भी मतदानकर्मियों को मतदान समाप्ति के बाद नकद धनराशि का भुगतान किया जाएगा. बुधवार को पोलिंग पार्टियों के रवाना होने के साथ-साथ पीठासीन अधिकारियों को ट्रेजरी से भुगतान की धनराशि दी गई. अकाउंट में आना था पैसाइस बार इलेक्शन ड्यूटी का कैशलेस भुगतान होना था. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिला निर्वाचन कार्यालय ने सभी मतदान कर्मियों का एकाउंट नंबर एवं डिटेल भी इस बार ली थी. लोकसभा चुनाव में आयोग पहली बार कर्मचारियों को समस्याओं को देखते हुए और कैशलेस ट्रांजिक्शन को बढ़ावा देने के लिए इलेक्शन ड्यूटी का कैशलेस भुगतान करने का प्रयास कर रहा था. जो आधी-अधूरी तैयारियों के चलते असफल हो गया.
डाटा नहीं हो पा रहा मैचमेरठ से इलेक्शन ड्यूटी में लगे करीब 14 हजार कर्मचारियों के अकाउंट का डाटा और डिटेल भारत निर्वाचन आयोग को भेजी गई थी. मुख्य कोषाधिकारी ने बताया कि यह डिटेल निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर अपलोड तो हो गई किंतु जब अप्रूव्ड डिटेल को प्रिंट कर रहे हैं तो उसमें फॉन्ट कनवर्ट नहीं हो रहा है. फॉन्ट मिसिंग के चलते अकाउंट एवं डिटेल मिसमैच कर रही है और खातों में ऑनलाइन भुगतान नहीं हो पा रहा है. इसलिए कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी की धनराशि पोलिंग बूथ पर ही कैश दे दी जाएगी.
इनसेट ये मांगी गई थी डिटेल कर्मचारी का नाम पदनाम कस विभाग में तैनात हैं कब से तैनात हैं अकाउंट नंबर आईएफएससी कोड बैंक का नाम पहले ड्यूटी की है या नहीं, आदि बढ़ गया भुगतान पीठासीन अधिकारी 1400 रुपए-पहले 1550 रुपए-अब मतदान अधिकारी प्रथम 1000 रुपए-पहले 1159 रुपए-अब मतदान अधिकारी द्वितीय 750 रुपए-पहले 900 रुपए-अब मतदान अधिकारी तृतीय 450 रुपए-पहले 600 रुपए-अब अतिरिक्त मतदान अधिकारी 450 रुपए-पहले 600 रुपए-अब टूबी (दूसरा) मतदान अधिकारी 750 रुपए-पहले 750 रुपए-अब इसके अलावा.. 500 रुपए-पर्दानशीं पोलिंग बूथ पर तैनात महिलाकर्मी 1000 रुपए-माइक्रो आब्जर्बर 1500 रुपए-जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट आयोग की वेबसाइट से अपलोड डिटेल एकाउंट डिटेल से मिसमैच कर रही है. इसलिए इस बार मतदानकर्मियों को हैंड-टू-हैंड मानदेय पोलिंग बूथ पर ही किया जाएगा.मनोज कुमार, मुख्य कोषाधिकारी, मेरठ