Bareilly : उंगलियों को टंग से लगाकर पैसे गिनने का शौक अगर आपकी हैबिट बन गया है तो इसे तुरंत बदल डालिए. आपकी यह हैबिट आपकी लाइफ कम कर सकती है क्योंकि बैंकों की ओर से पैसों को सेफ रखने के लिए 'एंटी टर्माइट ट्रीटमेंट का यूज किया जा रहा है जो ह्यूमन बॉडी के लिए हार्मफुल है. बैकों की ओर से डॉक्यूमेंट व पैसों की इंसेक्ट्स से सुरक्षा के लिए एंटी टर्माइट ट्रीटमेंट का यूज किया जाता है. इस ट्रीटमेंट में यूज किया गया केमिकल हृयूमन बॉडी के लिए बहुत डेंजरस है. डॉक्टर के अकॉर्डिंग अगर यह केमिकल शरीर के अंदर जाता है तो व्यक्ति को गंभीर बीमारी हो सकती हैं. यहां तक कि व्यक्ति की मौत भी हो सकती है. इसीलिए तो हाथों को टंग से लगाकर पैसे न गिनने की हिदायत बैंक के अधिकारी भी देते हैं.


बैंकों में इस्तेमाल होता टर्माइटसिटी के सभी प्राइवेट व सरकारी बैंक डॉक्यूमेंट व पैसों को सेफ रखने के लिए टर्मिसोल्व, टर्माइट, बी फ्लेक्स टीसी जैसे एंटी टर्माइट ट्रीटमेंट यूज करते हैं क्योंकि सीलन की वजह से पैसों के आपस में चिपकने व गलने की संभावना रहती है। इतना ही नहीं नमी के चलते पैसों में दीमक व सिल्वर फिश जैसे कीटाणु लगने के चांसेज भी ज्यादा होते हैं। बैंक अधिकारियों के अकॉर्डिंग अगर एंटी टर्माइट टाइम-टाइम पर यूज न किया जाए तो सभी डॉक्यूमेंट व पैसे नष्ट हो जाएंगे। कई बार बैंकों की लापरवाही के कारण ह्यूज अमाउंट को दीमक चट कर गए हैं। इसलिए बैंक अब अलर्ट रहते हैं।समर में ज्यादा यूज


एंटी टर्माइट का यूज हर बैंक जरूरत के अकॉर्डिंग करता है। कोई बैंक एंटी टर्माइट का यूज हर महीने करता है तो कोई साल में एक बार करता है। हालांकि गर्मी में एंटी टर्माइट का यूज सबसे अधिक किया जाता है। बैंक अधिकारियों के अकॉर्डिंग गर्मी में दीमक के प्रजनन का भी समय होता है। इस वजह से हम लोगों को सतर्क रहना पड़ता है। आयरन बॉक्स, सेफ व चेस्ट जहां रुपए रखे जाते हैं, वहां एंटी टर्माइट ट्रीटमेंट इस्तेमाल किया जाता है। एक बार में एंटी टर्माइट ट्रीटमेंट में 5 से 6 हजार  रुपए का खर्च आता है।टंग में लगाकर न गिनें नोटबैंक के अधिकारी भी हाथों को टंग से लगाकर पैसे गिनने की सलाह नहीं देते हैं। बैंक  के कैशियर पैसों की गिनती नोट काउंटिंग मशीन व डिब्बी में रखे फोम में पानी डालकर करते हैं। इतना ही नहीं पैसे गिनते समय एंटी टर्माइट का असर न हो, इसके लिए पानी में डिटॉल भी मिलाते हैं। तमाम बीमारियां होने का डरडॉक्टर्स के अकॉर्डिग एंटी टर्माइट कई तरह के हो सकते है। यह बहुत की घातक रसायन होते है। जिसके चलते किसी भी बीमारी से लडऩे की क्षमता व्यक्ति में खत्म हो जाती है। अगर एंटी टर्माइट किसी भी माध्यम से व्यक्ति के शरीर के  अंदर तक पहुंच जाए तो, यह हृयूमन बॉडी को इंफेक्टेड कर सकता है। यह व्यक्ति के स्टमक व इंटेस्टाइन पर असर डालता है। लांग टर्म तक टर्माइट इस्तेमाल होने से किडनी भी फेल हो सकती है। यहां तक की व्यक्ति को कैंसर होने की भी संभावना बनी रहती है। किसलिए होता है यूजदीमक व सिल्वर फिश जैसे कीट से बचाने के लिए।सीलन के चलते नोट एक दूसरे सटे नहीं।नोट की लाइफ बनी रहती है।

'अभी हाल में मैंने बैंक में इस ट्रीटमेंट का यूज किया है। गर्मी में दीमक के बढऩे के चांसेज और अधिक होता है। इस लिए इस समय एंटी टर्माइट का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है। हम लोग कस्टमर को खुद मना करते है कि हाथों को चीभ से लगाकर पैसों की गिनती न करे.'- नवीन कुमार, चीफ मैनेजर, इलाहाबाद बैंक'हाथों को जीभ से लगाकर नोट गिनने से पैसे की एज भी कम हो जाती है। हम लोग खुद बैंक से घर जाने पर हाथ धोकर खाना खाते है। डिब्बी में फोम गीला कर रखने के साथ डिटॉल का भी इस्तेमाल किया जाता है। जिससे एंटी टर्माइट का प्रभाव कम हो जाए.' - संदीप कुमार अग्रवाल, ब्रांच मैनेजर, एसबीआई, रामपुर गार्डेन'एंटी टर्माइट किसी भी माध्यम से व्यक्ति के अंदर तक जाता है तो, वह व्यक्ति के लिए डेंजर हो सकता है। बेसिकली यह डिपेंड करता है कि, किसी भी चीज में एंटी टर्माइट का यूज कितना हुआ है। लांग टर्म यूज करने पर किडनी भी फेल हो सकती है। कैंसर होने का भी खतरा रहता है.' - डॉ। अजय मोहन अग्रवाल, फिजिशियन

Posted By: Inextlive