पटना से रोसड़ा जा रही बस 30 फीट नीचे गड्ढे में गिरी, हादसे में 3 लोगों की हुई मौत, 25 हुए घायल

PATNA : पटना का धुनकी मोड़। दोपहर के 12 बजे हैं। सूनसान सड़क पर दो लोग आपस में बात करते हुए पैदल चल रहे हैं। अचानक उन्हें सामने से एक बस दिखाई देती हैं। बस बहुत में स्पीड थी। बस को तेज स्पीड में आते देख दोनों किनारे हो गए। उसके बावजूद मौत बनकर बस दोनों को रौंदते हुए, 30 फीट खाई में गिरी और एक 1.32 लाख केवी के बिजली टावर से टकरा गई। बस इतनी स्पीड में थी कि टावर से टकराने पर टावर आधा टूटकर गिर गया। देखते ही देखते धुनकी मोड़ चीख पुकार में तब्दील हो गया। दिल दहला देने वाली घटना में जहां दो राहगीरों ने अपनी जान गंवाई, वहीं एक बस में बैठे यात्री की भी ऑन स्पॉट मौत हो गई। 25 लोग गंभीर रूप से घायल है। सभी का इलाज एनएमसीएच में चल रहा है।

शीशे तोड़कर निकाले गए लोग

बस के गड्ढे में गिरते ही चीख-पुकार की आवाजें गूंजने लगीं। स्थानीय लोग दौड़कर पहुंचे और बचाव कार्य में जुट गए। घायलों के मुताबिक, बस चार बार पलटी थी। स्थानीय लोगों ने खिड़की के शीशे तोड़कर उन्हें बाहर निकाला। तब मालूम हुआ कि छत पर बैठे यात्री (जयश्री पासवान) की नीचे दबने से मौत हो गई। स्थानीय नागरिकों ने सवारी गाडि़यों को रोका और घायलों को उसमें बैठाकर अस्पताल भेजा। इस बीच ट्रैफिक, आलमगंज और अगमकुआं थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। घटना की जानकारी मिलते ही डीएम कुमार रवि, एसएसपी मनु महाराज, सिटी एसपी पूर्वी राजेंद्र कुमार भील पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ हालात का जायजा लेने आए। राहत कार्य के लिए एसडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई। तब तक दर्जनभर यात्रियों को अस्पताल भेजा जा चुका था।

हर ओर मच गया त्राहिमाम

बिजली

बस के बिजली टावर से टकराते ही गायघाट ग्रिड का पावर ठप हो गया। यहां से जुड़े गायघाट, मीनाबाजार, एनएमसीएच, सैदपुर पावर स्टेशनों के सभी फीडरों की बिजली बंद हो गई। इन इलाकों में 6 घंटे तक बिजली ठप रही। कुछ इलाकों में देर रात तक बिजली नहीं आई।

पानी

बिजली चले जाने के कारण घरों में पानी का संकट भी गहरा गया। जहां घरों में मोटर नहीं चला तो वहीं नगर निगम की जलापूर्ति लाइन भी नहीं चल पाई।

सड़क

बिजली टावर के गांधी सेतु के बीचो बीच गिर जाने से जाम लग गया। कुछ देर बाद गांधी सेतु के पूर्वी लेन से वाहनों का परिचालन शुरू किया गया। लोग जाम में फंसे रहे। इसमें स्कूली बस व एंबुलेंस भी शामिल थे।

दिल दहला देने वाली घटना

मीठापुर बस स्टैंड के गेट 2 से सुबह 11:35 बजे बस निकली।

70 यात्रियों की क्षमता वाली बस में लगभग 50 लोग सवार थे।

जीरो माइल से धनुकी मोड़ जाने के क्रम में बस एक कार को ओवरटेक कर आगे बढ़ी और ड्राइवर ने कंट्रोल खो दिया।

बस बाएं फ्लैंक पर थी और विपरीत दिशा से मो। यूनुस और कन्हैया साथ में चलते हुए आगे आ रहे थे।

उनके पीछे एक व्यक्ति मोबाइल से बात करते हुए पैदल चल रहा था।

अचानक तीनों की नजर बस पर पड़ी। मोबाइल से बात कर रहा शख्स भागते हुए डिवाइडर को पार कर दूसरी फ्लैंक पर चला गया, जबकि यूनुस और कन्हैया बस की चपेट में आ गए।

इसके बाद बस रेलिंग को तोड़ते हुए 30 फीट नीचे गड्ढे में गिर गई।

बस हवा में घूमते हुए बिजली के 1.32 लाख केवी के बिजली टावर से टकरा गई। टकराव इतना जोर का था कि टावर का आधा हिस्सा मुड़कर सड़क पर गिर गया।

बस के टकराव में छत पर बैठे एक यात्री की भी ऑन स्पॉट मौत हो गई।

सोचिएगा जरूर, कहां जा रहा हमारा समाज

बस में दबे हुए यात्री तड़प रहे थे। मदद की गुहार लगा रहे थे। लेकिन सैकड़ों लोग बचाने के बजाए मोबाइल से वीडियो बनाने में जुटे थे। यह पहली घटना नहीं। ट्रेंड बनता जा रहा है। दुर्घटना होती है तो लोग बचाने के बजाए, मोबाइल से वीडियो बनाने में जुट जाते हैं। आखिर हमारा समाज कहां जा रहा है। दुर्घटना में फंसा व्यक्ति अगर आपका अपना नहीं तो किसी का अपना तो होगा। सोचिएगा जरूर

Posted By: Inextlive