मौत के बाद कराया गया था फर्जी दस्तावेज से बीमा। पॉलिसी का एक साल का प्रीमियम भी जमा किया गया।


lucknow@inext.co.inLUCKNOW : नए-नए तरीकों से ठगी करने वालों ने अब बीमा कंपनियों को भी चूना लगाना शुरू कर दिया है। इसी तरह का एक मामला राजधानी में आया है। जहां शातिर ने पहले मरे व्यक्ति का बीमा कराया, प्रीमियम जमा किया और फिर दो माह बाद ही उसकी मौत की जानकारी देकर लाखों रुपए बीमा कंपनी से वसूलने की कोशिश की। हालांकि जांच में सारे मामले का खुलासा हो गया और शातिर के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई।6.73 लाख की बीमा पॉलिसी


हजरतगंज एरिया में आईसीआईसीआई प्रोडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का ऑफिस है। बताया जाता है कि वर्ष 2015 अगस्त माह में महाराजगंज के फरेंदा गांव निवासी आनंद कुमार के नाम से एक पॉलिसी खरीदी गई थी। यह पॉलिसी सरोजनीनगर निवासी एजेंट राजेश कुमार ने की थी। 6.73 लाख का बीमा कराया गया था और इसका वार्षिक प्रीमियम 33 हजार रुपए के करीब था।एसएसपी से की शिकायतसारी छानबीन के बाद अब इस मामले की लिखित शिकायत बीमा कंपनी ने एसएसपी से की है। इस मामले में बीमा एजेंट राजेश कुमार की भूमिका भी देखी जा रही है। वहीं धोखाधड़ी करने वाले गिरजेश कुमार के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में धोखाधड़ी और जालसाजी की धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई है।

कंपनी ने कराई छानबीन तो खुला राजपॉलिसी चालू होने के बाद एक इसका प्रीमियम जमा किया गया। वर्ष 2016 अप्रैल माह में गिरजेश कुमार ने कंपनी से संपर्क किया और बताया कि बीमा धारा आनंद कुमार की 19 दिसंबर 2015 को मौत हो गई है। गिरजेश ने आनंद कुमार की मृत्यु का प्रमाणपत्र भी लगाया और कंपनी से बीमा की रकम देने की बात कही। बीमा धारक की अचानक मौत पर कंपनी ने अपनी तरफ से छानबीन कराई तो पता चला कि आनंद की मौत तो बीमा पॉलिसी लिए जाने से पहले ही 11 जून 2015 को ही चुकी थी। आनंद की मौत की पुष्टि उनके गांव के प्रधान और अन्य लोगों ने की।1 साल का प्रीमियम जमा कियाछानबीन के बाद सामने आया कि मृत आनंद के नाम से फर्जी पॉलिसी लेकर एक साल का प्रीमियम जमा किया गया। फिर मौत के फर्जी से बीमा की रकम हड़पने की साजिश की।

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Posted By: Mukul Kumar