-राघव नाम का बाघ कई बीमारियों से ग्रस्त था

JAMSHEDPUR : टाटा जू में नौ वर्ष के बाघ की मौत हो गई। बाघ के शव को पोस्टमार्टम के बाद दफना दिया गया। टाटा स्टील कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन के सीनियर मैनेजर अमरेश सिन्हा ने बताया कि राघव नाम का बाघ कई बीमारियों से ग्रस्त था। इस वजह से उसकी मौत हो गई। टाटा जू में राघव को वर्ष 2009 में असम के गुवाहाटी म्यूनिसिपल जू से लाया गया था। राघव को जब यहां लाया गया था, उस समय उसकी उम्र चार वर्ष की थी। उसे शुरू से ही चलने में कठिनाई थी। हाल के दिनों में वह कुछ सुस्त दिख रहा था। वह बाड़े से भी बहुत कम निकलता था। इसी में धीरे-धीरे उसका स्वास्थ्य गिरता गया, जिससे जू प्रबंधन चिंतित भी था। उसे बचाने के हरसंभव उपाय भी किए गए, लेकिन अफसोस कि उसे बचाया नहीं जा सका। फिलहाल टाटा जू में एक सफेद बाघ के अलावा तीन अन्य बाघ हैं।

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कंपनी प्रबंधन जिला प्रशासन को बरगला रहा है

CHAIBASA : झारखंड जेनरल कामगार यूनियन अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा ने एसीसी कंपनी प्रबंधन द्वारा जिला प्रशासन को दिग्भ्रमित करने करने के संबंध में उपायुक्त को आवेदन सौंपा है। इसमें बताया गया कि यूनियन की ओर से ख्भ् अप्रैल को एक दिवसीय हड़ताल की घोषणा के बाद कंपनी प्रबंधन विभिन्न रूप से जिला प्रशासन को बरगला रहा है। प्रबंधन यूनियन को मान्यता नहीं देने का दावा कर रही है, जबकि यह कंपनी कई बार यूनियन के साथ समझौता करते हुए आई है।

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Posted By: Inextlive