-4 माह बीतने के बाद भी नहीं मिली एलएमआरसी से एनओसी

-मेरठ विकास प्राधिकरण कई बार भेज चुका है रिमाइंडर

Meerut : तेजगढ़ी चौराहे पर फ्लाईओवर बनने में रुकावटें भी कम नहीं हैं। लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एलएमआरसी) फ्लाईओवर के निर्माण लिए पिछले 4 माह से एनओसी नहीं दे रहा है। जबकि तत्कालीन कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार ने मेट्रो के साथ सामंजस्य बैठाने के लिए पूर्व के आयोजित बैठक के दौरान एलएमआरसी के अधिकारियों को एक सप्ताह में एनओसी जारी करने के निर्देश दिए थे।

तीन बार दे चुके हैं रिमाइंडर

एमडीए के मुख्य अभियंता दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेरठ मेट्रो की कंसल्टेंट एजेंसी राइट्स और लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को फ्लाईओवर के निर्माण की एनओसी जारी करने के लिए 3 बार रिमाइंडर दे चुके हैं किंतु अभी तक रिप्लाई नहीं किया गया है। जिससे कि तेजगढ़ी पर फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अधर में लटका है। वहीं निर्माणी संस्था सेतु निगम द्वारा भी एमडीए पर फंड रिलीज करने को लेकर लगातार दबाव बनाया जा रहा है।

56 करोड़ आएगी लागत

गौरतलब है कि तेजगढ़ी चौराहे पर भारत हॉस्पिटल से थोड़ा आगे से होते हुए अजंता कालोनी के थोड़ा आगे तक एमडीए एक फ्लाईओवर बनाएगा। इस फ्लाईओवर की निर्माणी संस्था सेतु निगम है। मुख्य अभियंता ने बताया कि फ्लाईओवर 650 मीटर लंबा और 16.80 मीटर चौड़ा होगा। फ्लाईओवर की अनुमानित लागत 56 करोड़ रुपये है। नागपुर की तर्ज (डिजाइन) पर फ्लाईओवर और मेट्रो का सामंजस्य बैठाया जाएगा।

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फ्लाईओवर के निर्माण में एलएमआरसी की एनओसी रोड़ा अटका रही है। कई बार रिमाइंडर के बाद भी प्रोजेक्ट पर कॉरपोरेशन द्वारा एनओसी नहीं दी गई है। एनओसी मिलते ही निर्माण कार्य आरंभ कर दिया जाएगा।

-दुर्गेश श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता, एमडीए

Posted By: Inextlive