Concentration Continues
नेशनल कॉम्पटीशंस में सिटी का रुतबा लगातार बढ़ता जा रहा है। प्लेयर्स की दमदार परफॉरमेंस की बदौलत सिटी ने खेल जगत में अपनी अलग पहचान बना ली है। प्लेयर्स की परफॉरमेंस आगे भी लगातार रहे इसके लिए एकलव्य स्पोट्र्स स्टेडियम ने नई पहल शुरू की गई है। जिसके तहत उनका ध्यान और स्टेमिना सुधारने के लिए योग क्रिया की ट्रेनिंग दी जा रही है।
लास्ट ईयर शुरू हुईं क्लास
स्टेडियम में लास्ट ईयर से जिम की शुरुआत की गई थी। प्रभारी आरएसओ अजय कुमार सेठी ने इसके साथ ही योग की क्लास शुरू कराई थी। शुरुआती दिनों में जिम करने वाले के लिए योग की ट्रेनिंग दी जाती थी। बाद में प्लेयर्स के लिए भी सेशन शुरू कर दिए गए।
ऑन डिमांड होते हैं सेशन
योग टीचर केपी सिंह ने बताया कि वीकली प्लेयर्स को योग एवं मेडिटेशन की ट्रेनिंग दी जाती है। हालांकि इसका कोई चार्ट नहीं बना है कि कौन से गेम का कब सेशन लिया जाएगा। लेकिन, जिस गेम के कोच को जरुरत है। उनकी डिमांड पर सेशन लिया जाता है।
डिप्रेशन होता है दूर
कॉम्पटीशन्स के दौरान प्लेयर्स का डिप्रेस होना आम बात है। इसके अलावा उन्हें बेहतर परफॉरमेंस के लिए ध्यान और स्टेमिना की बहुत जरुरत पड़ती है। प्लेयर्स में ध्यान लाने के लिए और डिप्रेशन दूर करने के लिए मेडिटेशन कराया जाता है। इसके अलावा स्टेमिना में सुधार करने के लिए उन्हें अलग-अलग टिप्स दिए जाते है। प्लेयर्स अपने की प्रेक्टिस के साथ-साथ डेली योग और मेडिटेशन की प्रैक्टिस करते है.
बॉक्सिंग टीम को मिली ट्रेनिंग
योग टीचर केपी सिंह ने बताया कि लास्ट वीक उन्होंने बॉक्सर्स के साथ सेशन किया था। इस दौरान प्लेयर्स को सिरदर्द, पेट की प्रॉब्लम, वेट लूज और फिजिकल फिटनेश के बारे में ट्रेनिंग दी गई।
लेडीज सबसे ज्यादा
योगा की क्लासेज में सबसे ज्यादा हाउसवाइफ और वर्किंग वीमेंस भाग ले रही है। डेली योग एवं मेडिटेशन की प्रैक्टिस दो दर्जन से भी ज्यादा लेडीज प्रैक्टिस के लिए आती हैैं। महिलाओं ने बताया कि वे योग के माध्यम से अपना वेट लूज कर रही है। इसके अलावा उनका सर्वाइकल पेन, डायबिटीज, नी पेन और डिप्रेशन की प्रॉब्लम को दूर करने के लिए योगा का सहारा लेती है.
अक्षय चौधरी, प्लेयर
अतुल सिंह, प्लेयरकॉम्पटीशन्स के टाइम मैं डिस्टिर्ब हो जाता था। इसके चलते अच्छा परफॉर्म नहीं कर पा रहा था। ट्रेनिंग के बाद काफी कूल माइंड फील कर रहा हूं।अजय यादव, प्लेयरBy-Neeraj Sharma